धोलेरा एसआईआर से 8 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार : जगदीश विश्वकर्मा

धोलेरा स्पेशल इन्वेस्टमेंट रीजन (एसआईआर)

-इस साल मई तक पूरा होगा अहमदाबाद-धोलेरा हाइवे सड़क का 109 किलोमीटर का काम

-173.82 लाख घनमीटर फ्लाइएश और 35 लाख घनमीटर रीसाइकिल वेस्ट से बनेगी सड़क

गांधीनगर, 17 मार्च (हि.स.)। गुजरात विधानसभा में अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेस-वे से धोलेरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के संबंध में पूछे गए सवाल का मुख्यमंत्री की ओर से जवाब देते हुए राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने कहा कि ग्रीन फील्ड एलाइनमेंट में 550.49 करोड़ रुपये की लागत से 9.56 किलोमीटर लंबी लिंक रोड का निर्माण कराया जाना है।

धोलेरा स्पेशल इन्वेस्टमेंट रीजन (एसआईआर) के संबंध में राज्य मंत्री ने बताया कि अहमदाबाद जिले के धोलेरा में 920 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को धोलेरा स्पेशल इन्वेस्टमेंट रीजन के रूप में एक ग्रीन फील्ड इंडस्ट्रीयल स्मार्ट सिटी का निर्माण हो रहा है। इसमें प्रथम चरण में 153 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में काम चल रहा है। मंत्री ने कहा कि धोलेरा एसआईआर में रिन्यू द्वारा सोलर सेल एवं सोलर मॉड्यूल निर्माण सुविधा चालू है। टाटा पावर द्वारा 300 मेगावाट का सोलर प्लांट स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि धोलेरा एसआईआर में रिन्यू द्वारा सोलर सेल एवं सोलर मॉड्यूल निर्माण सुविधा चालू है। इसी प्रकार पॉलीकैब द्वारा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण निर्माण इकाई की स्थापना, टाटा सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्रा. लि. देश भर में पहली कमर्शियल सेमिकंडक्टर फेब्रिकेशन फेसिलिटी निर्माण कार्य भी चल रहा है।

मंत्री विश्वकर्मा ने विधानसभा में बताया कि धोलेरा एसआईआर के कार्यरत होने पर 8 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि धोलेरा एसआईआर के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे के हिस्से के रूप में, अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे, अहमदाबाद-धोलेरा मेट्रो रेल परिवहन और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के तहत भीमनाथ से धोलेरा एसआईआर तक फ्रेट रेल का निर्माण करने की योजना है। इसमें 109 किलोमीटर अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे की लंबाई का बीड़ा केंद्र सरकार ने उठाया है। उन्होंने कहा कि जिसका काम मई-2025 तक पूरा करने की योजना है।

मंत्री ने इस एक्सप्रेसवे की खासियतों के बारे में बताया कि अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे के एम्बेंकमेंट के निर्माण में लगभग 35 लाख क्यूबिक मीटर रिसाइकिल कचरा का उपयोग किया जाएगा। इसमें अहमदाबाद में लगभग 80 एकड़ भूमि, विस्तारित कचरा में से 29 एकड़ भूमि, कचरा से मुक्त होगी। इसके अलावा, एक्सप्रेसवे के निर्माण में विभिन्न थर्मल पावर स्टेशनों से अनुमानित 173.82 लाख क्यूबिक मीटर फ्लाई ऐश का भी उपयोग किया जाएगा। एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर ग्रीन बेल्ट का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए कुल 97.19 हेक्टेयर क्षेत्रफल में 97,195 पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा, क्षेत्र में वन्यजीवों की आवाजाही को ध्यान में रखते हुए 4.50 मीटर x 7 मीटर आकार का वन्यजीव क्रॉसिंग भी प्रदान किया गया है।

इसके अलावा, एक्सप्रेसवे को दोनों तरफ प्रति दिन लगभग 25,000 वाहनों को संभालने के लिए डिज़ाइन किया गया है। जिस पर अधिकतम गति सीमा 120 किमी प्रति घंटा होगी। मंत्री ने कहा कि यह प्रावधान भी किया गया है कि भविष्य की आवश्यकता को देखते हुए सदर एक्सप्रेस-वे को चार लेन से बारह लेन तक चौड़ा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि स्थानीय कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए इस एक्सप्रेसवे पर चार लेन के लिए अडालज जैसे क्लोवरलीफ को शामिल किया गया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय

   

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