जयपुर, 23 नवंबर (हि.स.)। सांगानेर थाना सर्किल स्थित चित्रकूट कालोनी दिगम्बर जैन मंदिर में चल रहे कल्पद्रुम महामंडल विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ में श्रद्धा का सैलाब उमड़ा। जैन समाज के साथ-साथ अन्य समाजों के लोग भी बड़ी संख्या में इस विधान में सहभागी बने।
समिति संयोजक योगेश पाटनी ने बताया कि शनिवार को प्रातः विशेष पूजा अर्चना के साथ समोवशरण में विराजित जिनेंद्र देव का अभिषेक एवं शांतिधारा की गई। इस अवसर पर शांतिधारा का सौभाग्य लोकेंद्र-राजा देवी पाटनी राज भवन वाले, सत्यनारायण मित्तल और भविष्य गोधा परिवार को प्राप्त हुआ। विधानाचार्य पंडित विकर्ष शास्त्री एवं शुभम् भैया के निर्देशन में कल्पद्रुम महामंडल विधान में पंचपरमेष्ठी भगवान के अर्घ्य अर्पित किए गए।
मंत्री अनिल जैन काशीपुरा ने बताया कि महोत्सव में जैन धर्मावलम्बियों के साथ अजैन लोग भी भक्ति एवं श्रद्धा के साथ सम्मिलित होकर मुनि श्री के सानिध्य में धर्म लाभ प्राप्त कर रहे हैं। शनिवार को बरेली से पधारे गुलशन अरोड़ा परिवार और ममता सौगानी परिवार, जापान वाले ने मुनि समत्व सागर और शील सागर महाराज के पाद प्रक्षालन किए। अनिल कुमार संभव पाटनी प्रहलाद कॉलोनी परिवार ने शास्त्र भेंट किए।
मीडिया समन्वयक महावीर सुरेंद्र जैन एडवोकेट ने बताया कि महामंडल विधान में शनिवार को बीस तीर्थंकरों की पूजा कर भक्ति भाव से अर्घ्य चढ़ाए गए। समिति सदस्य संतोष कुमार सौध्या ने बताया कि शाम को समोवशरण की महा आरती समाज श्रेष्टि लाड़देवी प्रदीपकुमार विमल बाकलीवाल परिवार और साँवरिया परिवार की ओर से गाजे-बाजे के साथ भक्तिपूर्वक की गई।
रात्रि के सांस्कृतिक कार्यक्रम में महावीर नवयुवक मंडल और महावीर महिला मंडल के द्वारा भव्य नाटिका का मंचन किया गया।
दिग्विजय यात्रा रविवार को समिति अध्यक्ष केवल चंद गंगवाल और नवयुवक मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र सौगानी ने बताया कि कल्पद्रुम महामंडल विधान में रविवार को समोवशरण स्थल से भव्य चक्रवर्ती यात्रा निकलेगी। शोभायात्रा में चक्रवर्ती हाथी पर सवार होंगे, सोधर्म इंद्र घोड़े पर सवार होंगे और अन्य इंद्र बग्गियों में सवार होकर बैंड बाजे और लवाज़मे के साथ मुनि श्री के पावन सानिध्य में नगर भ्रमण करेंगे। यात्रा समोवशरण स्थल से शुरू होकर पंचवटी कॉलोनी, फूल कॉलोनी, दिनेश कॉलोनी, मियाँ बजाज की गली, टोंक रोड होते हुए चित्रकूट कॉलोनी जैन मंदिर पहुंचेगी। इसके बाद यात्रा गायत्री नगर होते हुए वापस कँवर का बाग, राजग्रही नगरी पहुंचेगी। शोभायात्रा का जगह-जगह स्वागत किया जाएगा और रत्नों की वर्षा की जाएगी।
मीडिया प्रभारी विनोद जैन कोटखावदा ने बताया कि रविवार को प्रातः अभिषेक, शांतिधारा और विधान पूजा होगी। प्रातः 9 बजे मुनि श्री के मंगल प्रवचन होंगे। सायंकाल 6 बजे से गुरु भक्ति, आरती और शास्त्र प्रवचन के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
27 नवम्बर को विधान का समापन होगा और विश्व शांति महायज्ञ के विर्सजन के बाद मंदिरजी तक विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी, जिसके बाद श्री जी को वेदी में विराजमान किया जाएगा। विधान में बैठने और बाहर से पधारने वाले सभी अतिथियों और आगुन्तुको के लिए वात्सल्य भोजन की व्यवस्था की गई है।
हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश