जम्मू में भव्य राष्ट्रीय डोगरी कवि सम्मेलन का आयोजन किया
- Neha Gupta
- Jan 30, 2025
जम्मू, 30 जनवरी । 76वें गणतंत्र दिवस समारोह के हिस्से के रूप में जम्मू और कश्मीर कला, संस्कृति और भाषा अकादमी (जेकेएएसीएल) ने जम्मू के अभिनव थिएटर में भव्य राष्ट्रीय डोगरी कवि सम्मेलन का आयोजन किया। यह कार्यक्रम डोगरी साहित्य की समृद्धि और इसकी स्थायी सांस्कृतिक विरासत का सम्मान करने और उसका जश्न मनाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। सम्मेलन की अध्यक्षता डोगरी साहित्य के दिग्गज पद्मश्री प्रोफेसर ललित मगोत्रा ने की और इसमें जम्मू प्रांत और पूरे भारत के प्रतिष्ठित कवियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर बोलते हुए जेकेएएसीएल की सचिव हरविंदर कौर ने डोगरी भाषा के संरक्षण और संवर्धन के लिए अकादमी की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में डोगरी के भाषाई और सांस्कृतिक महत्व पर जोर दिया और डोगरा समुदाय की विरासत को दस्तावेज करने के लिए पुस्तकों, पत्रिकाओं और शब्दकोशों के प्रकाशन में जेकेएएसीएल के चल रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। अपने स्वागत भाषण में जेकेएएसीएल जम्मू के मंडल प्रमुख डॉ. जावेद राही ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य कविता के माध्यम से अखंडता, विविधता और एकता को बढ़ावा देना है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि टैगोर हॉल, श्रीनगर में एक कश्मीरी मुशायरा आयोजित किया जा रहा है। साथ ही पंजाबी, गोजरी और पहाड़ी में आगामी साहित्यिक कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है।
वहीं कार्यक्रम की शुरुआत एक सम्मान समारोह के साथ हुई जहाँ भाग लेने वाले कवियों को डोगरी साहित्य में उनके योगदान के लिए सराहना के प्रतीक के रूप में शॉल, स्मृति चिन्ह और जेकेएएसीएल की ओर से प्रकाशनों से सम्मानित किया गया। कवि सम्मेलन में प्रख्यात कवियों ने भाग लिया, जिनमें पद्मश्री प्रोफेसर ललित मगोत्रा, पद्मश्री मोहन सिंह, दर्शन दर्शी, कुलदीप अभिशाप, डॉ. ओम गोस्वामी, ओम प्रकाश शर्मा 'विद्यार्थी', इंद्रजीत केसर, ठाकुर खजूर सिंह तथा अन्य मौजूद रहे। इसके अलावा, इस कार्यक्रम में पंजाब और दिल्ली के कवियों का स्वागत भी किया गया