धनोप में आज भी कायम है अनूठी परम्परा, दड़ा महोत्सव देखने उमड़ी भीड़, सामान्य रहेगा अगला साल
- Admin Admin
- Jan 14, 2025
भीलवाड़ा, 14 जनवरी (हि.स.)। भीलवाड़ा जिले के फुलिया कलां उपखंड क्षेत्र के धनोप गांव में मंगलवार को दड़ा महोत्सव मनाया गया। ग्रामीणों द्वारा दड़ा फेक कार्यक्रम किया गया। नगाड़े के साथ धनोप गढ़ में 7 किलो दड़े की धनोप मन्दिर प्रन्यास ट्रस्ट अध्यक्ष ठा. सत्येंद्र सिंह राणावत, जयेंद्र सिंह राणावत व भगवत सिंह राणावत ने पूजा-अर्चना कर पटेल महावीर गुर्जर द्वारा दड़े को फेंका गया।
इस खेल में इस बार दड़ा हवाला तक नहीं पहुंच पाया सुनारों के घर तक ही एक बार गया, कल्याण धणी मंदिर की तरफ बिल्कुल नहीं गया और एक बार बालाजी की तरफ गया। दड़ा ज्यादातर गढ़ चौक, सदर बाजार के बीच में ही रहा। दड़ा महोत्सव 4 बजे तक चला। दड़ा उत्सव के दौरान शाम 4 बजे तक गांव में बाजार व बिजली बन्द रही। यह खेल बिना रेफरी के खेला गया। शांतिपूर्ण व्यवस्था के साथ दड़ा महोत्सव का 4 बजे समापन हुआ।
दडा महोत्सव में हजारों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित हुए। ग्रामीणों द्वारा पटेल की मौजूदगी में दड़ा को गढ़ से निकालकर चैक में लाया गया। फिर दो घंटे तक लगातार लोगों ने इस खेल का आनंद उठाया। ग्रामीणों का कहना है कि दड़े (गेंद) में ग्रामीणों की आस्था है। जैसा चक्र चलता है वह उस चक्र में घुमा देते हैं। कल्याण धणी व बालाजी के जयकारों के साथ दड़ा खेल को खेला गया। इससे आगामी वर्ष का मौसम तथा मिजाज का फैसला तय किया गया है। अगला साल कैसा होगा यह जानने के लिए बड़ संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं। जब दड़ा महोत्सव शुरू होता है तो ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ती है। दड़ा खेल की समाप्ति पर इसे वापस गढ़ में अगले साल मकर संक्रांति पर खेलने के लिए सुरक्षित रखा जाता है।
खेल समाप्ति के बाद सभी खिलाड़ियों को गढ़ की तरफ से गुड तथा पालीवाल बोहरा की तरफ से गुड अफीम प्रसाद के रूप में वितरित की गई। इस बार दडे का नतीजा सामान्य रहा। मनोरंजन के लिए चकरी झूले भी लगे जिनमें बच्चों ने लुफ्त उठाया। आसपास की छतों पर सैकड़ो की संख्या में दूर दराज से आए ग्रामीणों ने खिलाड़ियों का ताना मार मार के हौसला बढ़ाया। दडा महोत्सव के समय फुलियां कलां थाना जाप्ता मौजूद रहा।
उल्लेखनीय है कि 2022 में कोरोना कॉल में भी दड़ा महोत्सव का आयोजन हुआ था उस दौरान बिना स्वीकृति दड़ा महोत्सव में भीड़ जुटाने पर ग्राम पंचायत से दस हजार रुपए का जुर्माना वसूला तथा भीड़ एकत्रित होने पर तात्कालीन फुलियां कलां थानाधिकारी रामपाल बिश्नोई को लाइन हाजिर होना पड़ा। ग्राम पंचायत ने खिलाड़ियों के चोटिल होने से बचने के लिए पर्याप्त जगह पर बालू मिट्टी भी डलवाई।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / मूलचंद