
नई दिल्ली, 17 जून (हि.स.)। दिल्ली के पर्यटन, विकास व कानून मंत्री कपिल मिश्रा ने मंगलवार को करावल नगर विधानसभा के खजूरी क्षेत्र में 'आयुष्मान आरोग्य मंदिर' का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि 'आरोग्य के आलोक' से जगमग हो देश की राजधानी इस संकल्प के साथ आरोग्य मंदिर का लोकार्पण किया।
'आयुष्मान आरोग्य मंदिर' का उद्घाटन के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कपिल मिश्रा ने कहा कि आरोग्य मंदिरों की यह श्रृंखला दिल्ली के नागरिकों को उनके निवास स्थान के नजदीक ही प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक क्रांतिकारी प्रयास है। इससे न केवल बड़े अस्पतालों पर भार कम होगा। बल्कि बीमारी की समय पर पहचान और उपचार भी सुनिश्चित किया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने इस लक्ष्य को समयसीमा के भीतर पूरा करने हेतु ढांचा, स्टाफ और लॉजिस्टिक्स की व्यवस्था को तीव्र गति से आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है। दिल्ली सरकार का यह प्रयास राष्ट्रीय राजधानी को सर्वांगीण स्वास्थ्य सेवाओं की ओर ले जाने में एक ऐतिहासिक कदम के रूप में देखा जा रहा है।
कपिल मिश्रा ने कहा कि दिल्ली की जनता को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में करावल नगर क्षेत्र में 5 और जगहों पर आरोग्य मंदिर जल्द ही स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार का लक्ष्य है कि करावल नगर विधानसभा क्षेत्र के हर म्युनिसिपल वार्ड में दो आरोग्य मंदिर खोले जायें। साथ ही क्षेत्र में एक बड़ा अस्पताल भी खोला जाए। इसके लिए दिल्ली सरकार कार्य कर रही है।
मिश्रा ने कहा कि इन आरोग्य मंदिरों में अनुभवी डॉक्टरों की सेवाएं मिलेगी और सभी जरूरी लैब टेस्ट भी पूरी तरह मुफ्त में किए जाएंगे। अगले 8 महीनों के भीतर दिल्ली के विभिन्न इलाकों में 1,139 आरोग्य मंदिर स्थापित किए जाएंगे।
कपिल मिश्रा ने पिछली सरकार की विफलता पर निशाना साधते हुए कहा कि यह कार्य पांच साल पहले ही शुरू हो जाना चाहिए था क्योंकि केंद्र सरकार द्वारा 2,400 करोड़ रुपए की धनराशि दिल्ली को इस उद्देश्य के लिए पहले ही आवंटित की जा चुकी थी। लेकिन पिछली सरकार में अरविंद केजरीवाल के 'लूट के मॉडल' की वजह से मोहल्ला क्लिनिक के नाम पर दिल्ली की जनता के साथ ठगी की गयी। जिसकी वजह से स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह पटरी से उतर गयीं।
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हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी