एबीवीपी की तीन दिवसीय पूर्वोत्तर-जनजातीय छात्र संसद रविवार से दिल्ली में होगी शुरू
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- Mar 08, 2025

- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी होंगी शामिल
नई दिल्ली, 8 मार्च (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की तीन दिवसीय छात्र संसद नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) कन्वेंशन सेंटर में होगी। नौ से 11 मार्च तक चलनी वाली छात्र संसद में देशभर के छात्र प्रतिनिधियों, शिक्षाविदों, नीति-निर्माताओं और समाजसेवी शामिल होंगे। इसमें केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर, जनजातीय कार्य राज्य मंत्री दुर्गा दास उइके और सर्बानंद सोनोवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने शनिवार को कहा कि यह तीन दिवसीय छात्र संसद केवल चर्चा का मंच नहीं, बल्कि युवाओं की आवाज को नीति-निर्माण तक पहुंचाने का सशक्त माध्यम है। यह आयोजन छात्रों को सामाजिक समस्याओं को समझने, समाधान सुझाने और राष्ट्रनिर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का अवसर देगा।
उन्होंने ताया कि नौ मार्च को छात्र संसद में देशभर के वनवासी क्षेत्रों के छात्र भाग लेंगे। इस संसद में जनजातीय समुदायों की शिक्षा, उनके सांस्कृतिक संरक्षण, सरकारी योजनाओं की प्रभावशीलता और रोजगार के अवसरों पर गहन मंथन किया जाएगा। इसमें देशभर की 124 से अधिक भिन्न जनजातियों का प्रतिनिधित्व रहेगा। जिसमें 300 से अधिक जनजातीय समाज के छात्र भाग लेंगे। इस अवसर पर जनजातीय कार्य राज्य मंत्री दुर्गा दास उइके मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे और जनजातीय क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं के निराकरण एवम केंद्र की प्रभावशाली नीतियों के विषय में अपने विचार साझा करेंगे।
वहीं 10 मार्च को छात्रा संसद में शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, भारतीय चिंतन में महिला की भूमिका तथा विकसित भारत 2047 में महिलाओं की सहभागिता जैसे विषयों पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा। इस संसद में देश के सभी राज्यों से 250 से अधिक छात्राओं की उपस्थिति रहेगी, जिसमें छात्र संघ पदाधिकारी, एनएसएस, एनसीसी और अन्य प्रतिभाशाली छात्राओं की भागीदारी होगी। इस अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता एवं राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर मुख्य अतिथि होंगी। वह महिलाओं की सामाजिक और राष्ट्रीय भूमिका पर अपने विचार रखेंगी।
पूर्वोत्तर छात्र युवा संसद 11 मार्च को आयोजित होगी। पूर्वोत्तर भारत और शेष भारत के बीच राष्ट्रीय एकात्मता को सुदृढ़ करने तथा सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए एबीवीपी अंतर राज्यीय छात्र जीवन दर्शन कार्यक्रम के माध्यम से एक राष्ट्र, एक जन, एक संस्कृति और भारत मेरा घर है के विचार के साथ लंबे समय से कार्यरत है। इस कार्यक्रम के माध्यम से पूर्वोत्तर भारत के सभी आठों राज्यों के छात्र संगठनों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। यह संसद पूर्वोत्तर भारत के शांति, सौहार्द और विकास को स्थापित करने, स्थानीय संस्कृति, परंपरा, शिक्षा और भाषा के संरक्षण में छात्र संगठनों की भूमिका को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होगी। इस सत्र में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि होंगे और जनजातीय विकास, उनके अधिकारों और आर्थिक अवसरों को लेकर छात्रों से संवाद करेंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी