केंद्र सरकार पर अभिषेक बनर्जी का तीखा हमला, बोले– एक वोट भाजपा को देना यानी भारत की आत्मा को बेच देना

कोलकाता, 20 अगस्त (हि. स.)। लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला है। बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट जारी कर उन्होंने सरकार को “तानाशाही प्रवृत्ति वाली” बताते हुए कहा कि भाजपा जनता, किसानों और गरीबों के हितों की रक्षा करने में पूरी तरह विफल रही है।

अभिषेक बनर्जी ने लिखा कि केंद्र सरकार, पूरे विपक्ष और देश की जनता के समर्थन के बावजूद, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को वापस लेने का साहस नहीं दिखा रही। उन्होंने कहा कि यह सरकार केवल खोखली बयानबाज़ी करती है, लेकिन जब देश की संप्रभुता की रक्षा और दुश्मनों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की बात आती है तो इसकी हिम्मत जवाब दे जाती है।

उन्होंने आगे आरोप लगाया कि सरकार सत्ता, धन और नियंत्रण हासिल करने में लगी है, जबकि संवैधानिक दायित्व निभाने में नाकाम रही है। उन्होंने प्रस्तावित संवैधानिक संशोधन विधेयक को “काले कानून” की संज्ञा दी और कहा कि इससे लोकतंत्र पर कुठाराघात होगा।

तृणमूल नेता ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग के जरिए असफल होने के बाद अब सरकार प्रवर्तन निदेशालय का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही है, राज्य सरकारों को गिरा रही है और जनादेश को तोड़-मरोड़ रही है।

उन्होंने भाजपा सरकार को “जनविरोधी, किसान विरोधी, गरीब विरोधी, एससी-एसटी-ओबीसी विरोधी, संघीय ढांचे के खिलाफ और सबसे बढ़कर राष्ट्रविरोधी” बताया।

अपने तीखे बयान में बनर्जी ने कहा कि भाजपा को दिया गया एक वोट, भारत की आत्मा को बेचने के बराबर है। यह संविधान को बेचने और देश को अयोग्य व सत्ता-पिपासु शासकों की निजी जागीर बनाने जैसा है। गांधी और अंबेडकर के आदर्शों पर बने भारत की आत्मा तानाशाहों के हाथों नहीं सौंपी जाएगी।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय

   

सम्बंधित खबर