
नई दिल्ली, 15 अप्रैल (हि.स.)। दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट ने बीती देर रात मॉडल टाउन थाने के एक एएसआई को रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। एएसआई सुदेश दो लाख रुपये ले रहा था।
इस मामले में मॉडल टाउन थाने के एसएचओ पवन मीणा की भी भूमिका सामने आ रही है। हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि एसएचओ पवन सोमवार को दोपहर बाद परमिशन लेकर छुट्टी पर गए थे।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इलाके में रहने वाले दिल्ली पुलिस के 68 वर्षीय रिटायर इंस्पेक्टर अपने घर की मरम्मत करवा रहे थे। मरम्मत कराने की एवज में एएसआई उनसे आठ लाख रुपये की मांग कर रहे थे।
एसएचओ ने विशेष डिस्काउंट देते हुए रकम को आधा कर दिया था। इस रकम को एएसआई जब लेने पहुंचा तो विजिलेंस की यूनिट ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
उत्तर पश्चिम जिले के डीसीपी भीष्म सिंह ने कहा कि मामले की जांच जारी है। पुलिस सूत्रों की मानें तो मॉडल टाउन थाने के एसएचओ पवन मीणा को लाइन हाजिर किया गया है। एसएचओ ने रिटायर्ड इंस्पेक्टर यशपाल से बदतमीजी से भी बात की थी।
रिटायर्ड इंस्पेक्टर से मांगे थे चार लाख रुपये
पुलिस के अनुसार रिटायर्ड इंस्पेक्टर यशपाल का महेंद्रू एन्क्लेव में दो सौ गज का मकान है। मकान में सबसे ऊपरी मंजिल पर 140 गज में पहले से निर्माण है। अब शेष छत पर यशपाल निर्माण कार्य/ लैंटर करवा रहे थे। यशपाल द्वारा विजिलेंस यूनिट में की गई शिकायत में आरोप लगाया कि उनके मकान में छत पर मरम्मत/निर्माण कार्य करने की अनुमति के बदले एएसआई सुदेश द्वारा उनसे लगातार चार लाख रुपये की रिश्वत की मांग की जा रही थी।
शिकायतकर्ता ने बताया कि जब उन्होंने कुछ निर्माण कार्य शुरू किया, तो एएसआई सुदेश और क्षेत्र के अन्य बीट स्टाफ द्वारा उसे रुकवा दिया गया। चार लाख रुपये मांग की गई, साथ ही धमकी दी गई कि रिश्वत के पैसे की मांग पूरी होने के बाद ही निर्माण कार्य शुरू किया जा सकता है। अंत में मामला दो लाख रुपये में तय हुआ। वहीं रिटायर्ड इंस्पेक्टर काम रुकवाए जाने के संबंध में अपनी शिकायत लेकर पीड़ित मॉडल टाउन थाने के एसएचओ पवन मीणा से भी मिले थे, लेकिन एसएचओ ने उसे एएसआई सुदेश से मिलने के लिए कहा।
शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि एएसआई सुदेश ने उसे 14 अप्रैल को रिश्वत के पैसे के साथ बुलाया। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत के साथ एक पेन ड्राइव भी उपलब्ध कराई, जिसमें बताया कि रिश्वत की मांग के संबंध में मॉडल टाउन थाने के विभिन्न पुलिस अधिकारियों के साथ उसकी बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग है। पीड़ित की शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस यूनिट की एक टीम गठित की गई और जाल बिछाया गया। 14 अप्रैल की शाम करीब 6.30 बजे एएसआई सुदेश ने शिकायतकर्ता को थाना मॉडल टाउन की पहली मंजिल पर स्थित अपने कमरे में बुलाया और फिर से शिकायतकर्ता से पैसे मांगे। बातचीत के बाद उसने शिकायतकर्ता से दो लाख रुपए की रिश्वत राशि ले ली।
विजिलेंस की छापेमारी टीम, जो दूर से सारी गतिविधियों पर नजर रख रही थी, तुरंत हरकत में आई और एएसआई सुदेश कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी लेने पर उसके पास से रिश्वत की रकम बरामद हुई।
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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी