राज्य योगासन प्रतियोगिता में आचार्यकुलम ने 17 स्वर्ण सहित जीते 27 पदक
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- Oct 28, 2024
आचार्यकुलम के 15 विद्यार्थी राष्ट्रीय योगासन प्रतियोगिता में करेंगे उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व
हरिद्वार, 28 अक्टूबर (हि.स.)। योगासन भारत के तत्वावधान में दो दिन चली राज्य स्तरीय योगासन प्रतियोगिता में पतंजलि आचार्यकुलम के योग साधकों ने विभिन्न वर्गों में 27 पदक जीतकर सर्वत्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। आचार्य कुलम की 15 छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय योग प्रतियोगिता में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया है। प्रतियोगिता में आचार्य कुलम के कुल 17 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
सोमवार को मेडल जीतने वाले इन सभी विद्यार्थियों का पतंजलि योगपीठ पहुंचने पर अभिनंदन किया गया। भारत योगासन के महासचिव जयदीप आर्य ने बताया राज्य स्तरीय योगासन प्रतियोगिता 25 से 27 अक्टूबर तक टी.एच.डी.सी इंडिया लिमिटेड के सामुदायिक भवन ऋषिकेश में आयोजित की गई, जिसमें 10 वर्ष से 55 वर्ष आयु के विभिन्न वर्गों में 310 प्रतिभागियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
आचार्यकुलम के प्रतिभागियों ने सर्वोच्च प्रदर्शन करते हुए अंडर 14 आयु वर्ग ट्रेडिशनल योगासन मुकाबले में काव्या सैनी प्रथम, तनिष्का अग्रवाल व अर्थव सिंह नेगी द्वितीय, अमित सिन्हा तृतीय स्थान पर रहे। आर्टिस्टिक एकल योगासन मुकाबले में यति यश्वी प्रथम शर्विल मोरेश्वर द्वितीय, प्रारंभिका मिश्रा तृतीय स्थान पर रही। वहीं आर्टिस्टिक युगल योगासन प्रतियोगिता में अमृत सिन्हा व शर्विल मोरेश्वर प्रथम स्थान तथा तनिष्का अग्रवाल, प्रतिष्ठा यादव नील नितिन मुकेश ने द्वितीय स्थान हासिल किया। इसी क्रम में अंडर 14 से 18 आयु वर्ग ट्रेडिशनल योगासन के मुकाबले में ओजस्वी व तन्मय हेमराज प्रथम स्थान तथा आर्टिस्टिक एकल योगासन मुकाबले में, अविशि अवि प्रथम, अद्विता द्वितीय स्थान और आर्टिस्टिक युगल योगासन में सलोनी यादव व अद्विता ने प्रथम स्थान हासिल किया। रिदमिक युगल योगासन प्रतियोगिता में अविशि अवि व धारवी तिवारी तथा तन्मय हेमराज व गोपाल सिंह चौहान ने सर्वोत्तम प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया।
आचार्य कुलम के योग साधकों ने राज्य स्तर पर 17 स्वर्ण, 8 रजत व दो कांस्य पदक हासिल कर राज्य प्रतियोगिता मे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पहला स्थान प्राप्त किया। इनमें से 15 छात्र छात्राएँ राष्ट्रीय योग प्रतियोगिता के लिए चयनित किये गए।
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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला