एईडीपी ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए बीएन कॉलेज का हुआ चयन, कुलपति ने दी बधाई
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- Apr 18, 2025

भागलपुर, 18 अप्रैल (हि.स.)। बिहार सरकार के उच्च शिक्षा निदेशालय पटना ने तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) को सूचित किया है कि 21 अप्रैल को पूर्वाह्न 11 बजे एप्रेंटिसशिप इन एम्बेडेड डिग्री प्रोग्राम (एईडीपी) के तहत ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जाएगी।
इस प्रोग्राम के तहत बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुल छः कॉलेजों का चयन किया गया है। जिसमें से टीएमबीयू के बीएन कॉलेज का भी चयन हुआ है। अप्रेंटिसशिप एम्बेडेड डिग्री प्रोग्राम एक ऐसा कार्यक्रम है जिसमें डिग्री प्रोग्राम के साथ-साथ छात्रों को उद्योग में व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया जाता है। यह कार्यक्रम छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान और कौशल प्रदान करता है जो उन्हें नौकरी बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धी बनाता है। यह एक ऐसा कार्यक्रम है जो छात्रों को शिक्षा और रोजगार के बीच की खाई को पाटता है। साथ ही छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान और कौशल प्रदान करता है जो उन्हें उद्यमी बनने में मदद करता है।
छात्रों की शिक्षा और रोजगार क्षमता के अंतराल को अब प्रशिक्षु कार्यक्रम दूर करेगा। इसके लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने जनवरी, 2025 सत्र से स्नातक प्रोग्राम के छात्रों के लिए अप्रैंटिसशिप एबेंडेड डिग्री (एईडीपी) प्रोग्राम को मंजूरी दे दी है। बीएन कॉलेज का नैक से मूल्यांकन के बाद ही प्रभारी प्राचार्य डॉ अशोक कुमार ठाकुर ने एईडीपी प्रोग्राम के तहत बीकॉम रिटेल ऑपरेशन और बीकॉम ई-कॉमर्स का प्रस्ताव सरकार को भेजा था। इन दोनों कोर्सों के शिक्षण और प्रशिक्षण प्रोग्राम के अंतर्गत कॉलेज को 2 करोड़ राशि की वित्तीय सहायता दी जाएगी। कोर्स पूरा करने के उपरांत छात्रों को जॉब के अवसर भी प्राप्त करने में मददगार साबित होंगे। यह पाठ्यक्रम आधुनिक व्यावसायिक दृष्टिकोण से काफी लाभप्रद और उपयोगी होगा।
कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने इस उपलब्धि के लिए बीएन कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ अशोक कुमार ठाकुर को बधाई और शुभकामना दी है। उन्होंने कहा कि यह कोर्स जॉब ओरियंटेड है। अन्य सभी कॉलेजों को भी इसके लिए सकारात्मक पहल करनी चाहिए। इससे रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। वीसी ने कहा की अन्य कॉलेजों को भी नैक मूल्यांकन में तीव्रता और सक्रियता दिखानी चाहिए। अन्य सभी कॉलेज भी जल्द नैक से मूल्यांकन करवा लें। इससे महाविद्यालय का विकास भी तेज गति से हो सकेगा। नैक ग्रेडिंग के बाद ही सरकार संस्थानों के आधारभूत विकास के लिए वित्तीय सहयोग देती है।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर