ईश्वर के बाद साहित्य ही व्यक्ति को इंसान बनाता है : डॉ मृत्युंजय परमार

कवि श्लेष गौतम ने अपनी कविता के माध्यम से लोगों का जीत लिया दिल

प्रयागराज,08 मई (हि.स.)। साहित्य किसी ईश्वर से कम नहीं, क्योंकि जैसे ईश्वर इंसान का निर्माण करते हैं, वैसे ही उत्कृष्ट साहित्य एक सामान्य व्यक्ति को मानव गुणों से परिपूर्ण बनाता है। यह गुरुवार को यूनाइटेड विश्वविद्यालय प्रयागराज के लिट् फॉर लाइफ लिटरेरी क्लब द्वारा रीडिंग ऑफ लिटरेचर टुवर्ड्स थे बेटरमेंट ऑफ सोसाइटी विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी एवं कविता पाठ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ. मृत्युंजय राव परमार ने कहा।

उन्होंने बचपन से लेकर प्रौढ़ावस्था तक, जीवन के विभिन्न पड़ावों पर साहित्य की भूमिका को विस्तार से समझाया और कहा कि साहित्य सीधे समाज का निर्माण नहीं करती बाली साहित्य एक इंसान का निर्माण करती है और अच्छा इंसान एक सुंदर समाज का निर्माण कार्य करता है।

कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के चरणों में पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ की गई। साहित्य एवं अन्य विधाओं से जुड़े छात्रों को संबोधित करते हुए डॉ. श्लेष गौतम ने कहा कि साहित्य जीवन का सार है और इसके बिना मानव जीवन अधूरा है।

कार्यक्रम में उपस्थित असिस्टेंट एकेडमिक डीन डॉ. रोशनी श्रीवास्तव ने कहा कि डॉ. गौतम के कविता पाठ और डॉ. परमार के व्याख्यान से विद्यार्थियों में साहित्य के प्रति गहरी रुचि उत्पन्न हुई है। वहीं, विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार राजेश पाठक ने भी अपनी कविता पाठ के माध्यम से साहित्य के महत्व को रेखांकित किया।

डॉ. गीतिका पांडेय, विज्ञान एवं कला संकाय की विभागाध्यक्ष, एवं संगोष्ठी के आयोजक डॉ. कुँवर शेखर गुप्ता ने सभी आमंत्रित अतिथियों का स्वागत बुके एवं अंगवस्त्र प्रदान कर किया। अपने स्वागत भाषण में डॉ. गीतिका पांडेय ने कहा कि विज्ञान में तर्क सिखाता है और साहित्य हमें मानवीय संवेदनाओं से परिचित कराता है।

इस संदर्भ में संगोष्ठी के आयोजक एवं अंथोलॉजी के मुख्य संपादक डॉ. कुँवर शेखर गुप्ता ने बताया कि इस संग्रह में भारतभर के शोधार्थी एवं प्रोफेसर द्वारा लिखित कविताएं एवं कहानियाँ शामिल हैं, जिसे जल्द ही अमेज़न और फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध कराया जाएगा। इसी क्रम में डॉ. प्रसून त्रिपाठी के निर्देशन में आयोजित लिटरेरी क्विज प्रतियोगिता में विजयी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

कार्यक्रम में डॉ. आनंद त्रिपाठी, डॉ. रामजी मिश्रा, डॉ. शशिकांत उपाध्याय, डॉ. अभिजीत प्रसाद, डॉ. विक्रम सिंह, डॉ. शितु सिंह, शुभम चौरसिया, डॉ. अमृता राज, डॉ. सत्य प्रकाश सिंह, नमिता श्रीवास्तव, पल्लवी सक्सेना, मीनल तथा लिट् फ़ॉर लाइफ लिटरेरी क्लब के अध्यक्ष प्रखर गंगवार समेत सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / रामबहादुर पाल

   

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