सम्भल के बाद अब सहारनपुर में भी बावडी मिलने के संकेत

-हिंदू संगठनों ने ढूंढी प्राचीन बावड़ी, कब्जा मुक्त कराने की मांग

सहारनपुर, 07 जनवरी, (हि.स.)। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिले के चिलकाना क्षेत्र स्थित पटनी गांव में बुधवार काे एक प्राचीन बावड़ी को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने दावा किया है कि यह बावड़ी सैकड़ों साल पुरानी है और हिंदू समाज की आस्था का प्रतीक है। संगठनों का कहना है कि इस बावड़ी पर मुस्लिम समुदाय ने कब्जा कर लिया है और चारों तरफ घर बनाकर इसे ढक दिया है।

बजरंग दल के पश्चिमी प्रांत बालोपासना प्रमुख हरीश कौशिक ने जिला प्रशासन से बावड़ी की ऐतिहासिकता की जांच के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) से सर्वे कराने की मांग की है। साथ ही उन्होंने इसे कब्जामुक्त कराकर पुनः हिंदू समाज को सौंपने की अपील भी की। कौशिक का आरोप है कि मुस्लिम समुदाय के लोग बावड़ी के आसपास गंदगी डालकर इसे क्षतिग्रस्त कर रहे हैं। यह मामला तब सामने आया जब विश्व हिंदू परिषद द्वारा चलाए जा रहे मठ-मंदिर खोजो अभियान के अंतर्गत बजरंग दल और विहिप ने इस स्थल की पहचान की।

संगठनों का कहना है कि इस अभियान के तहत उन्होंने सहारनपुर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई ऐसे धार्मिक स्थलों को चिन्हित किया है, जिन पर कथित तौर पर अतिक्रमण हुआ है। हरीश कौशिक ने सहारनपुर डीएम से मिलकर इस बावड़ी को कब्जामुक्त कराने के लिए ज्ञापन सौंपा।

उन्होंने कहा कि प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि हिंदू समाज की आस्था को संरक्षित किया जा सके। बजरंग दल और विहिप ने यह भी संकेत दिया है कि भविष्य में अन्य धार्मिक स्थलों को भी कब्जा मुक्त कराने के लिए अभियान तेज किया जाएगा। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सहारनपुर प्रशासन सतर्क हो गया है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है, और सभी पक्षों को ध्यान में रखते हुए उचित कार्रवाई की जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार / MOHAN TYAGI

   

सम्बंधित खबर