अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने जम्मू-कश्मीर में अवकाश नीति में भेदभाव पर जताई नाराज़गी
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- Jun 07, 2025

जम्मू, 7 जून (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) जम्मू-कश्मीर ने केंद्र शासित प्रदेश में ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन क्षेत्रों के बीच अवकाश अवधि में स्पष्ट असमानता को लेकर गहरी नाराज़गी और असंतोष व्यक्त किया है। परिषद ने आरोप लगाया कि जहां कश्मीर संभाग को 74 दिन की लंबी सर्दी की छुट्टी दी जाती है, वहीं जम्मू संभाग को मात्र 35 दिन की गर्मी की छुट्टी प्रदान की जाती है, जो शिक्षा विभाग द्वारा खुलेआम भेदभाव को दर्शाता है।
अभाविप ने इसे जम्मू संभाग के साथ लंबे समय से जारी असमान व्यवहार का एक और उदाहरण बताया, जिसमें शिक्षकों के तबादलों जैसे अन्य मुद्दे भी शामिल हैं। परिषद ने मांग की है कि इस विसंगति को तुरंत समाप्त किया जाए और एक समान अवकाश नीति लागू की जाए जो दोनों क्षेत्रों की भौगोलिक और शैक्षणिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखे। राज्य सचिव सन्नक श्रिवत्स ने कहा, जम्मू और कश्मीर के संभागों के बीच अवकाश अवधि में यह अंतर सरकार की भेदभावपूर्ण नीति का स्पष्ट उदाहरण है। हम मांग करते हैं कि अवकाश नीति की तुरंत समीक्षा की जाए और शिक्षा के बुनियादी ढांचे व गुणवत्ता को प्राथमिकता दी जाए।
अभाविप ने यह भी कहा कि उच्च शिक्षा और विद्यालयी शिक्षा विभागों की अलग-अलग अवकाश नीतियां छात्रों और शिक्षकों दोनों के लिए असुविधा का कारण बन रही हैं। परिषद ने अधिकारियों से तत्काल कार्रवाई कर शिक्षा प्रणाली को न्यायसंगत, समावेशी और गुणवत्ता-आधारित बनाने की अपील की है।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा