पांच सूत्रीय मांगों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का आंदोलन ।
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- Apr 11, 2025

अमेठी, 11 अप्रैल (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अमेठी के सदस्यों ने विभिन्न मांगों को लेकर मुसाफिरखाना राजकीय महाविद्यालय में धरना दिया। इस मामले में जिला संयोजक शैलेन्द्र यादव ने कहा कि महाविद्यालय का पुस्तकालय पिछले तीन साल से बंद है। इससे महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं की पढाई प्रभावित हो रही है। विद्यार्थी के जीवन में किताबों का बहुत महत्व है।
उन्हाेंने कहा कि, महाविद्यालय में लाइब्रेरी बंद होने से विद्यार्थियों को अध्ययन के लिए धन खर्च कर किताबें बाहर से खरीदनी पड़ रही है। नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद किताबें बाजार में भी नहीं मिल रही है। आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पुस्तकालय में विद्यार्थियों को पढ़ाई का उचित माहौल मिलता है और उनके बौद्धिक स्तर का व्यापक विकास होता है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि महाविद्यालय के छात्र इस ज्ञान के अपार श्रोत से वंचित हैं। इससे न केवल उनकी पढ़ाई में रूकावट आ रही है बल्कि उनके सोचने की क्षमता का विकास भी नहीं हो पा रहा है।
एबीवीपी के जिला संगठन मंत्री युवराज ने कहा कि जब तक विद्यार्थियों के लिए लाइब्रेरी की सुविधा नहीं मिल जाती तब तक छात्रों के हित में हमारा यह धरना जारी रहेगा। महाविद्यालय प्रशासन को इससे पहले भी ज्ञापन देकर छात्रों को हो रही असुविधाओं के बारे में अवगत कराया गया था। धरने में आदित्य प्रताप सिंह, सुबोध तिवारी, देवांश , विशाल मौर्य वीर प्रताप यादव , अनस, सुरजीत और श्लोक आदि कार्यकर्ता शामिल रहे।
इस मामले में राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि छात्र-छात्राओं को कुछ समस्याए थी। इस सम्बंध में उन लोगों ने महाविद्यालय प्रशासन को अवगत कराया। उनकी जो भी समस्याएं थी उनका समाधान कर दिया गया है। इस प्रकार धरने पर बैठे सभी छात्र-छात्राएं संतुष्ट होकर अपना धरना समाप्त कर दिया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / लोकेश त्रिपाठी