ई-साक्ष्य एप्प उपयोग के लिए 'हैं तैयार हम' अनुसंधान में आएगी तेजी :अमित लोढ़ा

पटना, 08 अगस्त (हि.स.)। पुलिस महानिरीक्षक राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो अमित लोढ़ा ने गुरुवार को यहां कहा कि नए आपराधिक कानूनों के अंतर्गत भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) में तकनीक एवं उसके उपयोग पर विशेष रूप से बल दिया गया है। प्राथमिकी (एफआईआर) से लेकर विचारण/ ट्रायल तक सभी चरणों में तकनीक के उपयोग को अनिवार्य किया गया है। यह न्यायिक प्रक्रिया और जांच में पारदर्शिता के मामले में एक महत्वपूर्ण और बड़ा बदलाव है। इसी क्रम में केंद्र सरकार द्वारा बीते 4 अगस्त को ई-साक्ष्य एप्प लॉन्च किया गया। बिहार पुलिस द्वारा भी ई-साक्ष्य एप्प को इस्तेमाल करने के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। इसको लेकर 9 अगस्त को बिहार पुलिस के सभी फील्ड ऑफिसर के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।

अमित लोढ़ा ने बताया कि बीएनएसएस की धारा 105 के तहत तलाशी और जब्ती अभियानों की वीडियोग्राफी, और धारा 183 बीएनएसएस के तहत स्वीकारोक्ति और पीड़ितों के बयानों की डिजिटल रिकॉर्डिंग इत्यादि को अनिवार्य किया गया है। अनुसंधान पदाधिकारी ई-साक्ष्य एप्प को अपने मोबाइल फोन से डाउनलोड कर सकते हैं तथा इसके माध्यम से अपराध स्थल के वीडियो और फोटोग्राफ ले सकते हैं। साथ ही जांच अधिकारी गवाहों के बयान भी रिकॉर्ड कर सकते हैं। रिकॉर्डिंग पूरी होने के बाद, सारी जानकारी सुरक्षित तरीके से एक एविडेंस लॉकर में भेज दी जाती है और चार्जशीट से इंटिग्रेट की जाती है, जो फिर इलेक्ट्रॉनिक रूप में अदालत को उपलब्ध कराई जाएगी।

लोढ़ा ने बताया कि एससीआरबी द्वारा ई-साक्ष्य एप्प के कुशल उपयोग के लिए 9 अगस्त को ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसमें बिहार पुलिस के सभी फील्ड ऑफिसर जिसमें थाना प्रभारी / पुलिस उपाधीक्षक/पुलिस अधीक्षक/पुलिस उप-महानिरीक्षक / पुलिस महानिरीक्षक स्तर तक के पदाधिकारी शामिल होंगे। एससीआरबी, सीआईडी और एनआईसी द्वारा इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को ऑनलाइन तर्ज पर कोऑर्डिनेट किया जाएगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में ई-साक्ष्य एप्प की प्रमुख विशेषताएं और -साक्ष्य संकलन से जुड़े नए आपराधिक कानूनों के महत्वपूर्ण प्रावधान पर जानकारी साझा की जाएगी। नए आपराधिक कानूनों को प्रभावी ढंग से लागू कराने के लिए पूर्व में भी दिया गया प्रशिक्षण राज्य के लगभग 25 हजार पुलिस पदाधिकारियों को नए आपराधिक कानून, विधि विज्ञान एवं डिजिटल पुलिसिंग में उन्नत प्रशिक्षण दिया जा चुका है। पूर्व में पांच चरणों में आयोजित किए गए प्रशिक्षण कार्यक्रम में पीटीसी प्रशिक्षण उत्तीर्ण पुलिस कर्मी से लेकर सभी स्तर के वरीय पुलिस पदाधिकारियों ने भाग लिया।

हिन्दुस्थान समाचार

हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद चौधरी / दधिबल यादव

   

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