ममता सरकार महिलाओं पर अत्याचार रोकने में विफल : अमित मालवीय

कोलकाता, 15 फरवरी (हि. स.)। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित मालवीय ने शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर महिलाओं के खिलाफ अत्याचार रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया। उन्होंने संदेशखली और आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज में हुई घटनाओं का उदाहरण देते हुए राज्य सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए।

अमित मालवीय ने पश्चिम बर्दवान जिले के आसनसोल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य सरकार महिलाओं के कल्याण का दावा तो करती है, लेकिन जमीनी हकीकत इसके बिल्कुल विपरीत है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महिलाओं को आर्थिक सहायता देने की योजना 'लक्ष्मी भंडार' की खूब चर्चा करती हैं, लेकिन जब संदेशखाली में महिलाओं के साथ हुए अत्याचार सामने आए, तो उन्होंने अपराधियों को बचाने का काम किया। शाहजहां शेख जैसे आरोपितों को तृणमूल का संरक्षण मिला।

मालवीय ने आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा कि इस जघन्य अपराध से पूरा देश हिल गया, लेकिन मुख्यमंत्री अपराधियों को बचाने में लगी रहीं। उन्होंने कहा कि एक महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद वे अपराधियों का बचाव कर रही हैं। इससे साफ साबित होता है कि उनका महिलाओं के सशक्तिकरण का दावा सिर्फ दिखावा है।

भाजपा नेता ने तृणमूल नेताओं की गिरफ्तारी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी दल के नेता और कार्यकर्ता माफिया गिरोह चला रहे हैं, जिससे आम जनता त्रस्त है। उन्होंने कहा कि राज्य की परियोजनाओं में सांसदों और विधायकों पर 'कट मनी' लेने के आरोप लग रहे हैं। टीएमसी और 'कट मनी' संस्कृति एक-दूसरे के पर्याय बन चुके हैं। लोग 2026 में इस भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंककर भाजपा को सत्ता में लाएंगे।

मालवीय ने दावा किया कि भाजपा पश्चिम बंगाल में सुशासन लेकर आएगी, भ्रष्टाचार को खत्म करेगी और महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल बनाएगी।

भाजपा नेता ने ममता सरकार की औद्योगिक नीतियों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में लगभग चार हजार उद्योग बंद हो चुके हैं। इसके चलते 1.5 लाख प्रवासी मजदूर रोजगार के लिए अन्य राज्यों में जाने को मजबूर हुए हैं। यह वह 'सोनार बांग्ला' नहीं है जिसका सपना हमने देखा था। राज्य सरकार के पास औद्योगिक विकास के लिए कोई ठोस योजना नहीं है, जबकि केंद्र सरकार से मिलने वाले फंड का भी सही उपयोग नहीं किया गया।

अमित मालवीय ने शुक्रवार को कलकत्ता हाईकोर्ट द्वारा पूर्व बर्दवान जिले में 16 फरवरी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की रैली आयोजित करने की अनुमति देने के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में भाजपा, आरएसएस और अन्य संगठनों के कार्यक्रमों में बाधा डाली जाती है, जिसके कारण हाईकोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ता है।

उन्होंने ममता बनर्जी पर विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री विपक्षी दलों को स्वतंत्र रूप से काम करने नहीं देना चाहतीं। लेकिन अब उनकी यह राजनीति नहीं चलेगी। राज्य की जनता 2026 के विधानसभा चुनावों में इसका जवाब देगी।

अमित मालवीय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा मतदाता सूची में फर्जी नाम जोड़ने की आशंका जताने को भी खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी अपनी हार के डर से इस तरह के बयान दे रही हैं। उन्होंने कहा 2026 के चुनावों में तृणमूल की धांधली और डराने-धमकाने की रणनीति को चुनाव आयोग कामयाब नहीं होने देगा।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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