पिता और गुरूजी थे मेरे शिक्षक : डॉ इरफान

रांची, 5 सितंबर (हि.स.)।

शिक्षक दिवस के अवसर पर मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि उनके दो शिक्षक रहें हैं। जिनका उनके जीवन में अहम योगदान रहाा है। पहला गुरू उनके पिता फुरकान अंसारी और दूसरे शिक्षक‍ दिशोम गुरु शिबू सोरेन रहे हैं।

अंसारी ने कहा कि पिता से उन्हें इंसानियत और सेवा का पहला सबक दिया, जबकि गुरूजी शिबू सोरेन से उन्होंने राजनीति की शिक्षा पाई है।

उन्‍होंने कहा कि गुरुजी ने समझाया कि राजनीति सत्ता का खेल नहीं बल्कि समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने का संकल्प है। जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र से ऊपर उठकर जनता के बीच रहकर उनकी समस्याओं का समाधान करना ही राजनीति का असली उद्देश्य होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि गुरु वह नहीं जो केवल किताबों का ज्ञान दे, बल्कि वह व्‍यक्ति भी गुरू है जो आपको जीवन जीने का मार्ग दिखाए।

मंत्री ने कहा कि शिक्षक दिवस के अवसर पर वे अपने दोनों गुरुओं को सादर नमन करते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / Manoj Kumar

   

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