भाजपा सांसद अनंत महाराज पर साधु से दुर्व्यवहार का आरोप, सांसद ने किया खंडन

कोलकाता, 14 अक्टूबर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में रामकृष्ण विवेकानंद सेवा आश्रम के एक साधु ने भाजपा सांसद अनंत महाराज पर दुर्व्यवहार और उत्पीड़न का आरोप लगाया है। यह घटना रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान हुई, जिसके बाद इलाके में राजनीतिक तनाव बढ़ गया। तृणमूल कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच बयानबाजी शुरू हो गई है।

आरोप लगाने वाले साधु विज्ञानानंद तीर्थ महाराज ने बताया कि सांसद अनंत महाराज ने कार्यक्रम के दौरान उनसे उनका नाम और शैक्षिक योग्यता पूछी, जिसके बाद विवाद बढ़ गया। विज्ञानानंद ने आरोप लगाया कि महाराज के समर्थकों ने आश्रम के निवासियों और अन्य साधुओं को धक्का दिया और उनके साथ अभद्रता की। उन्होंने कहा कि सांसद ने मेरे साथ बदतमीजी की, और उनके समर्थकों ने आश्रम के लोगों से भी दुर्व्यवहार किया।

हालांकि, भाजपा सांसद अनंत महाराज ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि आश्रम में कोई शारीरिक झगड़ा नहीं हुआ। उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि मैंने केवल साधु से उनका नाम, पहचान और शैक्षिक योग्यता पूछी थी, लेकिन उन्होंने गुस्से में कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद, उन्होंने कुछ स्थानीय लोगों को गुमराह करके रास्ता अवरुद्ध कर दिया। मेरे समर्थकों ने किसी से दुर्व्यवहार नहीं किया। ये आरोप पूरी तरह से निराधार हैं।

इस घटना के बाद विज्ञानानंद महाराज के समर्थकों ने धरना देकर आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की।

स्थानीय भाजपा विधायक सुकुमार रे ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि वह मामले की जांच करेंगे। हम साधुओं के प्रति किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार का समर्थन नहीं करते। समाज के कल्याण के लिए उनके निस्वार्थ सेवा कार्यों का हम सम्मान करते हैं। हम इस मामले की जांच करेंगे।

उधर, तृणमूल नेता और उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने घटना की कड़ी निंदा की और पुलिस से तुरंत कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि साधुओं पर इस तरह के हमलों की हम कड़ी निंदा करते हैं। पुलिस को भाजपा सांसद और उनके समर्थकों के खिलाफ तुरंत उचित कार्रवाई करनी चाहिए।

इस घटना ने स्थानीय स्तर पर राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ा दी हैं, और तृणमूल व भाजपा के बीच तनाव गहराने के संकेत मिल रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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