
देहरादून, 27 मार्च (हि.स.)। उत्तरांखण्ड कांग्रेस सोशल मीडिया प्रदेश अध्यक्ष विकास नेगी ने निजी स्कूलों की फीस वृद्धि पर नाराजगी व्यक्त की है। उन्हाेंने कहा कि भाजपा के राज में पहले ही आम जनता काे महंगाई ने ताेड़ रखा है और ऊपर से निजी स्कूल संचालक फीस वृद्धि कर अभिभावकों के ऊपर आर्थिक बोझ बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं, जिसके कारण बच्चों की शिक्षा दीक्षा में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। कई अभिभावक ऐसे है जो बढ़ी हुई फीस के कारण अपने बच्चों को निजी स्कूलों में नहीं पढ़ा पा रहै और उन्हें बीच में ही बच्चों को निजी स्कूलों से निकालकर सरकारी स्कूलों में डालना पड़ रहा है।
विकास नेगी ने कहा कि भाजपा राज्य सरकार का निजी स्कूलों पर जरा भी नियंत्रण नहीं है। प्रदेश के शिक्षा मंत्री विदेश दौरे या फिर चुनावी दौरों पर रहते है, जिसके कारण उन्हें उत्तराखण्ड के निजी स्कूलों के लूट खसौट दिखाई नहीं दे रही। अभिभावक हो या आम जनता सब त्राहि-त्राहि कर रहे है। विकास नेगी ने कहा कि आज भी एक स्कूल में हुई फीस वृद्धि के कारण अभिभावकों ने स्कूल के मुख्य द्वार पर धरना प्रदर्शन किया। अभिभावकों के इस आंदोलन को वह अपना व्यक्तिगत समर्थन प्रदान करते है और स्कूल प्रंबंधन से मांग करते है कि वह फीस वृद्धि को अविलम्ब समाप्त करें नहीं तो वह आम जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेगें। उन्होंने कहा कि प्रायः यह भी देखने में आ रहा है कि कुछ स्कूलों ने शैक्षिक पाठ्यक्रम हर वर्ष बदलने का व्यवसाय शुरू कर दिया है, जिसके कारण अभिभावकों से किताबों के नाम पर भी लूट-खसौट मची हुई है। इसका कारण यह है कि स्कूल व किताब प्रकाशकों से कमीशन खोरी तय हो जाती है। स्कूल को कमीशन मिलती है और उसका हर्जाना अभिभावकों को भुगतना पड़ रहा है। उन्हाेंने कहा कि इस तरफ उत्तराखण्ड सरकार के साथ ही शिक्षा निदेशक को भी ध्यान देना होगा।
हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pokhriyal