जर्जर विद्यालय भवनों को 10 अगस्त तक ध्वस्त कराने के निर्देश

औरैया, 08 अगस्त (हि. स.)। जिलाधिकारी डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने कलेक्ट्रेट स्थित मानस सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में जनपद के सभी परिषदीय विद्यालयों में अनुपयोगी एवं जर्जर भवनों को तुरंत ध्वस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है, इसलिए किसी भी स्थिति में इन भवनों में कक्षाएं संचालित न की जाएं।

जिलाधिकारी ने आदेश दिया कि चिन्हित जर्जर भवनों का 10 अगस्त तक ग्राम प्रधान और प्रधानाध्यापक की जिम्मेदारी पर ध्वस्तीकरण कराया जाए। मरम्मत योग्य भवनों की मरम्मत निर्धारित मद से नियमानुसार कराई जाए। जिन भवनों की तीन बार नीलामी के बाद भी न्यूनतम बोली नहीं मिली, उनका ध्वस्तीकरण ग्राम पंचायतों के माध्यम से किया जाएगा।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के विद्यालय भवनों के संबंध में अधिशासी अभियंता, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग को स्थलीय निरीक्षण कर भौतिक सत्यापन मूल्यांकन के उपरांत ध्वस्तीकरण या मरम्मत हेतु रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए गए।

उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय पर कार्रवाई नहीं की गई और जर्जर भवन से कोई दुर्घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित प्रधान या प्रधानाध्यापक की होगी।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संत कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजीव कुमार, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशासी अभियंता, संबंधित ग्राम प्रधान एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / सुनील कुमार

   

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