सरयू तट पर आयोजित किया गया पंज्चगव्य प्राशन

- लड्डू से हुए दूषित शरीर को लोगों द्वारा पंज्चगव्य प्राशन को पी कर किया गया शुद्ध

अयोध्या, 25 सितंबर (हि.स.)। शंकराचार्य जगतगुरु अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के निर्देश से तिरुपति के चर्बी युक्त लड्डू खाने से हुए धर्म भ्रष्ट और शरीर की अशुद्धि को दूर करने के उद्देश्य से पंज्चगव्य प्राशन कार्यक्रम का बुधवार को आयोजन किया गया।

इस अवसर पर हिन्दू नेता संतोष दूबे ने कहा कि तिरुपति देवस्थान ट्रस्ट तिरुपति देवस्थान स्थानम ट्रस्ट को तत्काल प्रभाव से भंग किया जाए, पूरे देश में तिरुपति के लड्डू की जांच हो और देशभर के ट्रस्ट और धर्माचार्य इस विषय पर गंभीर होकर लड्डू वितरण की प्रक्रिया को चलाने का कार्य करें।

हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता मनीष पांडेय ने कहा कि यह भक्त और भगवान के साथ धोखा देने जैसा कार्य है, यह हिंदुओं को भ्रष्ट करने व हिंदू सनातन धर्म पर आघात करने के उद्देश्य से किया गया एक बड़ा षड्यंत्र है। यह हिंदू आस्था पर कुठाराघात है।

हिंदू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष महंत रामलोचन शरण शास्त्री राजन बाबा ने कहा कि इस मुद्दे का विरोध संपूर्ण संत समाज को सड़क पर उतरकर करना चाहिए। सरयू तट पर आयोजित पंचगव्य प्राशन के द्वारा लगभग 200 लोगों द्वारा अपने शरीर को शुद्ध किया गया। पंचगव्य वितरण कार्यक्रम में प्रमुख रूप से महंत राम लोचन शरण शास्त्री राजन बाबा,आचार्य पंडित शिव शंकर बाजपेई,पंडित दुर्गेश शास्त्री, मीना सिंह ,अजय द्विवेदी ,महंत आदित्य दास, कविराज दास सहित कई लोग मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय

   

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