बीएचयू के छात्र आईपीएस अनुराग आर्य काे मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक मिलने पर विवि परिवार ने जताया हर्ष

वाराणसी,16 अगस्त (हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के पुरा छात्र आईपीएस, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, बरेली अनुराग आर्य को मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। 78वें स्वतंत्रता दिवस पर आर्य को महिलाओं की श्रृंखलाबद्ध हत्याओं (सीरियल किलिंग) के जटिल मामले को सुलझाने में उनके असाधारण कार्य के लिए यह सम्मान दिया गया है।

सम्मान मिलने पर शुक्रवार को विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय, भौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष सहित शिक्षकों व विद्यार्थियों ने हर्ष जताया। शिक्षकों ने बधाई देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय परिवार को गर्व है कि उसने ऐसे व्यक्तित्व का पोषण किया है। अनुराग आर्य की असाधारण उपलब्धियाँ पूरे बीएचयू समुदाय के लिए प्रेरणा स्रोत और अनुकरणीय हैं। महिलाओं की श्रृंखलाबद्ध हत्याओं के मामले को उजागर कर पीड़ितों को न्याय दिलाने में उनका अनुकरणीय कार्य इस विश्वविद्यालय के दृढ़ता, ईमानदारी और सेवा के मूल्यों का साक्षात्कार है।

विश्वविद्यालय के जनसम्पर्क अधिकारी के अनुसार आर्य ने बीएचयू से भौतिकी में बैचलर ऑफ साइंस (ऑनर्स) की उपाधि धारण की। बागपत जनपद के रहने वाले 2013 बैच के आईपीएस अनुराग आर्य काशी हिंदू विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय में जून 2006 से मई 2009 तक भौतिकी में बैचलर ऑफ साइंस (ऑनर्स) के प्रतिभावान छात्र रहे। आईपीएस अनुराग आर्य बीएचयू में पढ़ाई के दौरान ब्रोचा हॉस्टल के कमरा नंबर 199 में रहते थे। अमेठी, बलरामपुर, मऊ, प्रतापगढ़ और आजमगढ़ के पुलिस अधीक्षक रहे आईपीएस अनुराग आर्य फिलहाल बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात हैं।

आईपीएस अनुराग आर्य अब तक पुलिस महानिदेशक के सिल्वर डिस्क, पुलिस महानिदेशक के गोल्ड डिस्क और पुलिस महानिदेशक के प्लेटिनम डिस्क से सम्मानित हो चुके हैं। 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आईपीएस अनुराग आर्य को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। बीएचयू में अध्ययन के दौरान, वे एक होनहार व प्रतिभावान छात्र थे और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते थे। वे विश्वविद्यालय की बास्केटबॉल टीम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थे। विशेष रूप से उन्होंने 2006-2007 और 2007-2008 के दौरान अखिल भारतीय अंतर-विश्वविद्यालयी टूर्नामेंट में हिस्सा लिया और उनकी टीम ने पूर्वी जोन अंतर-विश्वविद्यालयी चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता।

आर्य की यात्रा केवल शैक्षणिक और पेशेवर जिम्मेदारियों तक सीमित नहीं है, वे एक साहसी व्यक्तित्व के धनी हैं और बाहरी गतिविधियों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। वे उत्तर काशी के प्रतिष्ठित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान से एक योग्य पर्वतारोही हैं और औली से एक प्रमाणित स्कीयर हैं। उनके फिटनेस के प्रति जुनून का उदाहरण है कि उन्होंने हैदराबाद मैराथन और दिल्ली हाफ मैराथन में भाग लिया और उन्हें पूरा किया। आर्य की उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के ब्रोचा छात्रावास के प्रशासनिक संरक्षक, संरक्षक व छात्रों ने भी खुशी जताई है।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी / मोहित वर्मा

   

सम्बंधित खबर