बीएचयू कुलपति ने सेंट्रल डिस्कवरी सेंटर के कार्य प्रणाली को जाना,इकाइयों के बारे में जानकारी हासिल की

वाराणसी,17 सितम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने बुधवार को सेंट्रल डिस्कवरी सेंटर (सीडीसी) का भ्रमण किया। अपने भ्रमण के दौरान कुलपति प्रो.चतुर्वेदी ने केंद्र के विभिन्न इकाइयों के बारे में भी जानकारी हासिल की।

विश्वविद्यालय के नेटवर्क हॉल और सर्वर हॉल के बारे में जानकारी प्राप्त करने के बाद कुलपति ने अधिकारियों से कहा कि सेंटर के द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सभी सुविधाओं से विश्वविद्यालय के सभी विभागों और अध्यापकों के साथ-साथ कर्मचारियों को अवगत कराया जाना चाहिए। जिससे अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके। प्रो. चतुर्वेदी ने साथ ही बीएचयू इकाई के विभिन्न प्रयोगशालाओं के बारे में विस्तृत जानकारी ली। अलग-अलग प्रयोगशालाओं में हो रहे अनुसंधान से प्रयोगशालाओं के पदाधिकारियों ने कुलपति को अवगत कराया। कुलपति ने कहा कि इन प्रयोगशालाओं के क्लिनिकल इस्तेमाल पर जोर देना चाहिए। जिससे अधिक से अधिक लोगों तक इसकी पहुंच बनाई जा सके। साथ ही प्रो. चतुर्वेदी ने कहा कि केंद्र में हो रहे अनुसंधान को देश-दुनिया के प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में प्रकाशित कराने का प्रयास करें। सेंट्रल डिस्कवरी सेंटर स्थित बायोनेस्ट-बीएचयू केंद्र में विभिन्न कंपनियों द्वारा नए उत्पादों पर हो रहे शोध के बारे में कुलपति ने जानकारी प्राप्त की। उन्होंने वहां संचालित गतिविधियों की सराहना की। तत्पश्चात, प्रो. चतुर्वेदी ने अटल इनक्यूबेशन सेंटर का दौरा किया। जहां विभिन्न स्टार्टअप कंपनियों के कार्य के बारे में जाना। इस दौरान सेंट्रल डिस्कवरी सेंटर केंद्र के समन्वयक प्रो. राकेश रमन ने कुलपति को केंद्र के उद्देश्य तथा कार्यप्रणाली से अवगत कराया। इस मौके पर डॉ. समरेंद्र सिंह, उप समन्वयक, सीडीसी, प्रो. आर पी सिन्हा, समन्वयक, बायोनेस्ट-बीएचयू, डॉ. दुर्गेश नारायण सिंह, वैज्ञानिक, बायोनेस्ट-बीएचयू और प्रो. पी. वी. राजीव आदि की भी मौजूदगी रही।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

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