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मुंबई, 1 मार्च (हि.सं.)। मीठी नदी की सफाई में जारी किए गए टेंडर में अनियमितता बरते जाने का आरोप लगा है। लेकिन बीएमसी प्रशासन ने इन आरोपों को आधारहीन बताते हुए स्पष्टीकरण दिया है कि टेंडर प्रक्रिया को अंतिम रूप नहीं दिया गया ह. बांबे हाई कोर्ट के आदेशानुसार ही अगली कार्यवाही की जाएगी।
बीएमसी की ओर से कहा गया है कि मीठी नदी से कीचड़ निकालने के लिए चल रही निविदा प्रक्रिया में अनियमितताएं नहीं बरती गई हैं। आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। मीठी नदी का तल कई स्थानों पर बहुत चौड़ा है। इसे ध्यान में रखते हुए नदी से कचरा निकालने के लिए 35 मीटर लंबे बूम और 1.5 क्यूबिक मीटर क्षमता वाली पोकलेन मशीन तैनात करने की शर्त को निविदा में शामिल किया गया है, ताकि मीठी नदी से कीचड़ निकालने का काम आसानी से किया जा सके। निविदा प्रक्रिया को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
बीएमसी के अनुसार कुछ बोलीदाताओं ने बांबे हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है. मामले पर अगली सुनवाई 4 मार्च 2025 को होगी. बीएमसी प्रशासन कोर्ट के आदेशानुसार ही इस मामले में अगली कार्यवाही करेगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / वी कुमार