बहराइच: साम्प्रदायिक हिंसा में मारे गये युवक का हुआ अंतिम संस्कार

अंतिम संस्कार से पहले इलाके में लगी भीड़ को समझाते हुए प्रशासनिक अधिकारीजिले के प्रशासनिक अधिकारी, इलाके का गश्त करते हुएआगजनी की घटना

बहराइच, 14 अक्टूबर (हि.स.)। जनपद में रविवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान दो समुदायों के बीच साम्प्रदायिक हिंसा में मारे गये राम गोपाल मिश्रा का अंतिम संस्कार सोमवार की शाम को हुआ। पुलिस की ओर से छह नामजद और चार अज्ञात लाेगाें के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। सीसीटीवी फुटेज से उपद्रव करने वालों को चिन्हित कर गिरफ्तारी की जाएगी। 30 से अधिक लोग हिरासत में लिये गए हैं। लापरवाही बरते जाने पर थानाध्यक्ष समेत दो पुलिसकर्मी निलम्बित किए गये हैं।

पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि रविवार को महसी के महराजगंज में मूर्ति विसर्जन के दौरान दो समुदाय के लोग आमने—सामने आ गये थे। इस दौरान पत्थरबाजी, फायरिंग की घटना में राम गोपाल मिश्रा (22) की मौत हो गई थी। कई लोग घायल हुए थे। इस घटना के बाद देर रात मचे बवाल को पुलिस ने किसी तरह संभाल लिया था। सोमवार की सुबह शव का पोस्टमार्टम होने के बाद परिजन शव को लेकर तहसील मुख्यालय पहुंचकर सड़क पर रखकर हंगामा करने लगे। उनकी मांग थी कि आरोपितों का एनकाउंटर उनके सामने किया जाए। उनके घर को बुलडोजर से गिराया जाए। प्रशासन के लोग परिजन को मना रहे थे। लेकिन उग्र भीड़ ने जमकर उत्पात मचाया। वाहन, घर दुकानों को आग के हवाले कर दिया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि इंटरनेट सेवा को बंद करना पड़ा। बाहर से पुलिस फोर्स, पीएसी बुलायी गई। लखनऊ से सचिव (गृह) संजीव गुप्ता और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अमिताभ यश बहराइच जनपद पहुंचे। उन्होंने मोर्चा संभाला। प्रशासन कई घंटों तक परिवार को मनाता रहा।

पांच गांव में आगजनी—तोड़फोड़

साम्प्रदायिक हिंसा में गुस्साएं लोगों ने सोमवार को सधुवापुर, नथुआपुर, महराजगंज कस्बा, कबरियन पुरवा, और दर्जिन पुरवा में तोड़फोड़ की। 12 मोटरसाइकिल और दो ट्रैक्टरों को को आग के ​हवाले कर दिया। अस्पताल और दुकानों में आग लगा दी गई। पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए आंसू गैस और लाठीचार्ज किया।

--कई घंटों के बाद परिजनों ने किया शव का अंतिम संस्कार

साम्प्रदायिक हिंसा में मारे गए युवक के परिजनों को समझाने के लिए प्रशासन के अधिकारियों संग स्थानीय विधायक को भी मैदान में उतरना पड़ा। पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी द्वारा पहुंचकर लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास किया गया, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि आरोपी को चिन्हित कर कुर्की की कार्रवाई के साथ बुलडोजर की कार्रवाई की जाए। हालांकि विधायक सुरेश्वर सिंह ने पहुंचकर लोगों को आश्वासन दिया कि आरोपितों को किसी भी हाल पर बख्शा नहीं जाएगा, कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद परिजन अंतिम संस्कार को राजी हुए। सोमवार की देरशाम को शव को अग्नि दी गई। इस दौरान पुलिस बल तैनात रहा।

--चिन्हित किए जा रहे आरोतिप: पुलिस अधीक्षक

पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने पत्रकारों को बताया कि महाराजगंज में साम्प्रदायिक हिंसा करने वालों को चिन्हित किया जा रहा है। हिंसा प्रभावित इलाकों के सीसीटीवी फुटेज देख कर अराजक तत्वों की पहचान की जा रही है, और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अभी भी इंटरनेट सेवा बंद है। प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस के अधिकारी फोर्स के साथ गश्त कर रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / दीपक

   

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