बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजनाः कोकराझार में हस्ताक्षर और शपथ ग्रहण समारोह आयोजित
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- Jan 22, 2025
कोकराझार (असम), 22 जनवरी (हि.स.)। महिला और बाल विकास मंत्रालय (एमडब्ल्यूसीडी) द्वारा शुरू की गई बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ (बीबीबीपी) पहल आज अपनी सफलता के दस साल पूरे कर रही है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर राज्य, केंद्र शासित प्रदेश और जिला स्तर पर कई कार्यक्रम और आयोजन किए जा रहे हैं, जिनका उद्देश्य बालिकाओं की सुरक्षा और शिक्षा को बढ़ावा देना है।
कोकराझार में, जिला आयुक्त कार्यालय में एक शपथ ग्रहण समारोह और हस्ताक्षर अभियान आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में जिला आयुक्त मसांडा एम. पार्टिन, एडीसी कविता डेका, जितुराज गोगोई, एसडीओ (सी) गोसाईगांव मृदुल शिवहरे, चुनाव आयुक्त, पीएचई और अन्य प्रमुख अधिकारियों ने भाग लिया। सभी ने इस अभियान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
पिछले दस वर्षों में, बीबीबीपी योजना ने लिंग आधारित भ्रूण हत्या की रोकथाम और बालिकाओं की शिक्षा और उनके कल्याण को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। जिला स्तरीय उत्सव, जो आज से शुरू हो रहे हैं, आगामी 8 मार्च तक चलेंगे। इन उत्सवों में राजनीति, सरकारी और निजी क्षेत्र, सशस्त्र बल, पुलिस, सिविल सेवा, खेल, कला और संस्कृति, स्वास्थ्य सेवा, स्वयं सहायता समूह (एसएचजी), 'ड्रोन दीदी', आंगनवाड़ी कार्यकर्ता (एडब्ल्यूडब्ल्यू), आशा कार्यकर्ता और सहायक नर्स मिडवाइफ (एएनएस) सहित विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं की भागीदारी होगी। उनकी उपस्थिति समुदाय को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के मिशन का सक्रिय रूप से समर्थन करने के लिए प्रेरित करेगी।
इस उत्सव अवधि के दौरान, महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए संकल्प: हब फॉर एम्पावरमेंट ऑफ वीमेन के माध्यम से साप्ताहिक गतिविधियों की शुरुआत की जाएगी। इनमें क्षमता निर्माण और जागरूकता अभियानों पर जोर दिया जाएगा। योजनाओं में महिला हेल्पलाइन (डब्ल्यूएचएल-181) और चाइल्ड हेल्पलाइन (सीएचएल-1098) जैसी सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए शैक्षिक कार्यक्रम और प्रचार अभियान शामिल हैं। मासिक धर्म स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए शैक्षिक सत्र और सैनिटरी पैड वितरण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके साथ ही, लड़कों और पुरुषों के लिए लैंगिक सजगता अभियान आयोजित किए जाएंगे ताकि, समुदाय में लैंगिक समानता की संस्कृति को बढ़ावा दिया जा सके।
समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कई गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इनमें वन विभाग और जिला प्रशासन के सहयोग से वृक्षारोपण अभियान, महिला पुलिस कर्मियों द्वारा बालिका शिक्षा और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए बाइक और साइकिल रैली, स्कूलों में बालिकाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए नामांकन अभियान और सशक्त आंगनवाड़ी व पोषण 2.0 योजना के तहत जागरूकता एवं नामांकन अभियान शामिल हैं। इन अभियानों में विशेष रूप से आकांक्षी जिलों और पूर्वोत्तर राज्यों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसके अलावा, किशोरियों के समग्र स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता अभियानों का भी आयोजन किया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / किशोर मिश्रा