लोहरदगा, 30 जनवरी (हि.स.)। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के 10 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन नगर भवन में गुरुवार को किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिला परिषद अध्यक्ष रीना कुमारी और उप विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह शेखावत के जरिये दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में जिला परिषद अध्यक्ष ने कहा कि मेहनत की बदौलत आज महिलाएं कुछ भी हासिल कर सकती हैं। महिला अगर ठान ले तो अपनी जिम्मेवारियों को निभाते हुए कुछ भी हासिल कर सकती हैं। बेटियां हमारा गर्व हैं। आज जिला प्रशासन के जरिये उत्कृष्ट मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया है और आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है, जो सराहनीय है। जिनको नियुक्ति पत्र मिला है उनकी जिम्मेवारी अपने कार्यक्षेत्र में बहुत अहम हो जाती है। प्रारंभिक शिक्षा और स्वास्थ्य आपके हाथों में है जिसकी बेहतर नींव आप रख सकती हैं।
उन्होंने कहा कि जिला परिषद अध्यक्ष ने कहा कि माताएं अपने बच्चों; विशेषकर लड़के और लड़कियों के बीच कोई भेदभाव नहीं करें। सभी को समान अवसर दें।
आज पढ़ाई और खेल के साथ-साथ कई क्षेत्र में महिलाएं आगे बढ़ रही हैं। उप विकास आयुक्त ने कहा कि आज लड़कियां, लड़को से आगे हैं। हर क्षेत्र में लड़कियां काम कर रही हैं। लोहरदगा जिला में स्वयं सहायता समूह से जुड़कर महिलाएं आत्मनिर्भर बनीं हैं।
कार्यक्रम में आठ छात्राओं को मैट्रिक की परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जिला प्रशासन की ओर से टैब प्रदान किया गया।
इस दौरान उप विकास आयुक्त ने कहा कि बच्चियां इस टैब का इस्तेमाल पढ़ाई में करें। आईआईटी, नीट समेत प्रशासनिक परीक्षा की तैयारी के लिए छात्राएं टैब का इस्तेमाल करें। सोशल मीडिया से दूर रहें। एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा करें।
उप विकास आयुक्त ने कहा कि लोहरदगा जिला जनजातीय बहुल क्षेत्र है। यहां पीएम जनमन के तहत पीवीटीजी समूह को प्रधानमंत्री आवास योजना से आच्छादित किया गया है। जनजातीय आवासीय विद्यालय के लिए छात्रा वास बनाया गया है। खेलकूद में डे बोर्डिंग कोचिंग की सुविधा दी जा रही है। चार एकलव्य विद्यालयों का शुभारंभ किया गया है।
आज आंगनबाड़ी सेविकाओं-सहायिकाओं की नियुक्ति की गई है। बिना विवाद के इन नियुक्तियों को पूरा किया गया है। जिला में स्वास्थ्य, शिक्षा और खेलकूद के स्तर को बेहतर बनाया जा रहा है।
इस अवसर पर
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का मुख्य उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या को रोकना, स्कूली छात्राओं में ड्रॉप आउट की दर को कम करना, बाल विवाह को रोकना, महिलाओं के लिए कार्य के समान अवसर पैदा करना आदि है।
कार्यशाला में महिला बाल विकास विभाग के जरिये कन्या भ्रूण हत्या निषेध पर निर्मित एनिमेशन फिल्म मुस्कान का प्रदर्शन किया गया। मैट्रिक की परीक्षा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली कस्तूरबा एवं एकलव्य विद्यालय की आठ छात्राओं को पुरस्कार के स्वरूप टैब प्रदान किया गया । इस दौरान नव चयनित 15 आंगनबाड़ी सहायिकाओं को चयन पत्र का वितरण किया गया।
कार्यक्रम के अंत मे सभी को बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में जिला शिक्षा पदाधिकारी नीलम आईलिन टोप्पो, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी समेत बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी वर्कर समेत छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोपी कृष्ण कुँवर