बेतवा नदी पर जिला प्रशासन की नजर

जालौन, 6 अगस्त (हि.स.)। राजघाट और माताटीला बांध से पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद जालौन में नदियों का स्तर बढ़ गया है। नदियों का स्तर बढ़ने से जिला प्रशासन ने मंगलवार को मौके पर जाकर निरीक्षण किया और बाढ़ चौकियों को अलर्ट किया है। वहीं, डीएम ने बताया कि अगर बाढ़ की स्थिति बनती है तो प्रशासन पूरे तरह से तैयार है और सभी लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाएगा।

बता दें कि प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है वही कई राज्यों में लगातार बारिश होने से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। इस वजह से राजघाट और माताटीला बांध से करीब 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इन बांधों से पानी छोड़े जाने के बाद जालौन में बहने वाली यमुना और बेतवा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हो गई है। वहीं बेतवा नदी अपने खतरे के निशान से 1 मीटर नीचे बह रही है। इसी खतरे के अंदेशा को देखते हुए जिलाधिकारी ने मौके पर जाकर बेतवा नदी के किनारे बसे गांव और बाढ़ ग्रसित इलाकों का निरीक्षण किया व 82 बाढ़ चौकियों को भी अलर्ट किया है। वहीं , जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडे ने बताया कि बांधों से पानी छोड़ने के बाद यहां की नदियों का जल स्तर बढ़ने लगा है अभी बेतवा खतरे के निशान से एक मीटर नीचे बह रही है। हालांकि अभी बाढ़ की स्थिति नहीं है लेकिन जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है।

हिन्दुस्थान समाचार / विशाल कुमार वर्मा / शरद चंद्र बाजपेयी / Siyaram Pandey

   

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