भोजपुरी कला उत्सव का बेतिया में, 14-15 सितम्बर को होगा भव्य आयोजन

बेतिया, 13 सितम्बर (हि.स.)। संस्कार भारती द्वारा पूरे बिहार में एक साथ विभिन्न भाषाई क्षेत्रों के आधार पर आयोजित किए जा रहे कला उत्सव की श्रृंखला में बेतिया शहर में भोजपुरी कला उत्सव का आयोजन 14 और 15 सितम्बर को किया जा रहा है। यह उत्सव पश्चिमी चंपारण जिले के बेतिया में अवस्थित शुभारंभ उत्सव भवन (बेतिया सरिसवा रोड) में संपन्न होगा। इस उत्सव में पश्चिमी बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी झारखंड, और नेपाल के तराई क्षेत्रों से कुल 500 से अधिक पंजीकृत प्रतिनिधि भाग लेंगे, जो भोजपुरी भाषी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करेंगे।

भोजपुरी कला उत्सव भोजपुरी बोलने वाले विभिन्न क्षेत्रों की सांस्कृतिक धरोहर को एक मंच पर लाने का एक उत्कृष्ट प्रयास है, जो क्षेत्रीय कला और संस्कृति को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मंच पर स्थापित करने में सहायक सिद्ध होगा। इस अवसर पर भोजपुरी क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति, कला, विचार, संस्कार, और रहन-सहन को दर्शाने वाले विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। बैठक में यह सर्वसम्मति से यह तय किया गया कि आयोजन सह स्वागत समिति और व्यवस्था समिति दो दिवसीय कार्यक्रम का संपूर्ण देख रेख करेगी।

समाज के हाशिए पर धकेल दिए गए अनुसूचित जाति एवम जनजाति तबका से आने वाले कलासाधकों और कलाकारों का सम्मान किया जायेगा। सभी बाहरी प्रतिनिधि सिंगाछापर गांव के निवासियों के यहां रात्रि विश्राम करेंगे ताकि विभिन्न भोजपुरी क्षेत्र के रीति रिवाजों से सभी प्रतिनिधि अवगत हो सके।साथ ही वे प्रतिनिधि जिस ग्रामवासी के यहां रात्रि विश्राम करेंगे,उनके अहाते में एक फलदार वृक्ष लगाएंगे।

कार्यक्रम में भोजपुरी के सिद्धहस्त कलाकारों जैसे भरत शर्मा व्यास,चंदन तिवारी,अंकिता पंडित,उदय नारायण सिंह,जयकांत सिंह जय,ब्रजभूषण मिश्र,राकेश मिश्र की प्रस्तुतियां होंगी।राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में मंचन किया जा चुका भिखारी ठाकुर का प्रसिद्ध नाटक गंगा स्नान की प्रस्तुति आरा से आए कलाकारों की टीम द्वारा किया जायेगा। प्रदर्शनी हेतु प्रशांत सौरभ,साहित्य हेतु जयकांत सिंह जय एवम अखिलेश्वर मिश्र,संगीत हेतु उदय नारायण सिंह एवं डॉ सुरेंद्र कुमार राम,नृत्य हेतु सर्वेश कुमार तिवारीश्रीमुख एवं कुमारी सीमा को संयोजक का दायित्व दिया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / अमानुल हक

   

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