(संशोधित) सत्व डेवलपर्स और ब्लैकस्टोन स्पॉन्सर्ड नॉलेज रियल्टी ट्रस्ट ने आईपीओ के लिए ड्राफ्ट ऑफर डॉक्यूमेंट दाखिल किया

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(संपादकगण... कृपया पूर्व में स्टोरी कोड 07HBUS6 के तहत आरईआईटी ने आईपीओ के लिए सेबी के समक्ष दाखिल किया डीआरएचपी शीर्षक से प्रसारित समाचार को रद्द कर दें और उसके स्थान पर यह संशोधित समाचार लें।)

-ट्रस्ट ने 6200 करोड़ रुपये के आरईआईटी आईपीओ के लिए सेबी के समक्ष किया आवेदन

मुंबई/नई दिल्ली, 07 मार्च (हि.स.)। सत्व ग्रुप और ब्लैकस्टोन के बीच एक संयुक्त उद्यम, नॉलेज रियल्टी ट्रस्ट (आरईआईटी) ने पब्लिक को यूनिट जारी करके 6,200 करोड़ रुपये की कुल राशि जुटाने के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के समक्ष अपना ड्राफ्ट ऑफर डॉक्यूमेंट दाखिल किया है। नॉलेज रियल्टी ट्रस्ट भारत में हाई-क्वालिटी वाले ऑफिस पोर्टफोलियो का मालिक और मैनेजर है।

पूंजी बाजार नियामक सेबी के समक्ष जमा ड्राफ्ट ऑफर डॉक्यूमेंट दस्तावेज के मुताबिक नॉलेज रियल्टी ट्रस्ट के प्रायोजक ब्लैकस्टोन और सत्व डेवलपर्स ने संयुक्त रूप से इश्यू लाने के लिए सेबी के समक्ष आवेदन किया है। सत्व समूह और ब्लैकस्टोन के बीच एक संयुक्त उद्यम आरईआईटी ने अपने आवेदन में कहा कि इसका लक्ष्य आईपीओ के जरिए 6,200 करोड़ रुपये तक जुटाना है, जो भारत की सबसे बड़ी रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट लिस्टिंग हो सकती है।

सेबी के समक्ष जमा दस्तावेज के मुताबिक यह इश्यू बुक बिल्डिंग प्रोसेस के जरिए बनाया जाएगा, जिसमें इश्यू का 75 फीसदी से अधिक (स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टर पोर्शन को छोड़कर) संस्थागत निवेशकों को आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए उपलब्ध नहीं होगा। इश्यू का 25 फीसदी से कम (स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टर पोर्शन को छोड़कर) गैर-संस्थागत निवेशकों को आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए उपलब्ध नहीं होगा।

नियामक के पास जमा दस्तावेज के अनुसार नेट ऑपरेटिंग इनकम (एनओआई) और ग्रॉस एसेट वैल्यू (जीएवी) के मामले में यह आरईआईटी भारत का सबसे बड़ा होगा। आरईआईटी में ब्लैकस्टोन की 55 फीसदी हिस्सेदारी होगी जबकि शेष हिस्सेदारी सत्व की होगी। ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस में लिस्टिंग के समय का खुलासा नहीं किया गया है। शेयर बाजार में लिस्टिंग के बाद नॉलेज रियल्टी ट्रस्ट भारत का 5वां सूचीबद्ध आरईआईटी होगा।

ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस में साझा किए गए विवरण के मुताबिक इसका कुल लीज योग्य क्षेत्रफल 48 मिलियन वर्ग फीट होगा, जो एशिया में दूसरा सबसे बड़ा होगा। आरईआईटी की 95 फीसदी संपत्तियां शीर्ष तीन भारतीय कार्यालय बाजारों मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद में केंद्रित हैं। आरईआईटी के पोर्टफोलियो का 90 फीसदी हिस्सा पट्टे पर है, जिसमें 76 फीसदी किराएदार बहुराष्ट्रीय कंपनियां हैं। आरईआईटी में शामिल कुछ संपत्तियां मुंबई में वन बीकेसी, वन इंटरनेशनल सेंटर और वन वर्ल्ड सेंटर हैं।

उल्लेखनीय है कि यह भारत का सबसे बड़ा रियल्टी इक्विटी ट्रस्ट (आरईआईटी) होगा, जिसका नाम नॉलेज रियल्टी ट्रस्ट रखा गया है। इश्यू की बिक्री से प्राप्त आय का उपयोग मुख्य रूप से ऋण चुकाने के लिए किया जाएगा। 6,200 करोड़ रुपये के कुल निर्गम आकार में से 5,800 करोड़ रुपये का उपयोग बकाया ऋण के आंशिक या पूर्ण पुनर्भुगतान या कुछ परिसंपत्ति विशेष प्रयोजन वाहनों और निवेश संस्थाओं के ऋण के पूर्व भुगतान के लिए किया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर

   

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