हर घर जल योजना में तेजी लाएं, गुणवत्ता से न हो समझौता : मण्डलायुक्त

मण्डलायुक्त बालकृष्ण त्रिपाठी ने जल जीवन मिशन की मण्डलीय समीक्षा में पानी की बर्बादी राेकने के दिए निर्देश

मीरजापुर, 9 अप्रैल (हि.स.)। आयुक्त कार्यालय सभागार में बुधवार को जल जीवन मिशन के अंतर्गत हो रहे कार्यों की मण्डलीय समीक्षा बैठक आयुक्त विन्ध्याचल मण्डल बालकृष्ण त्रिपाठी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में मीरजापुर, सोनभद्र और भदोही जनपदों के मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे, संयुक्त विकास आयुक्त सहित कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल हुए।

मण्डलायुक्त ने ‘हर घर जल योजना’ के अंतर्गत हो रहे कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। अगर निरीक्षण में गड़बड़ी पाई गई तो संबंधित संस्था के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सड़कों की खुदाई के बाद मरम्मत को प्राथमिकता में रखने के निर्देश दिए और स्पष्ट किया कि अधूरी मरम्मत को कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा।

मेघा संस्था की लापरवाही पर फटकार

मिर्जापुर में कार्यदायी संस्था मेघा द्वारा कई स्थानों पर सड़कों की मरम्मत नहीं कराई गई, जिसकी शिकायत मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार ने बैठक में की। इस पर मण्डलायुक्त ने नाराजगी जाहिर करते हुए मरम्मत कार्य तत्काल पूर्ण कराने के निर्देश दिए। जीवीपीआर संस्था द्वारा मीरजापुर में धीमी गति से कार्य करने पर मण्डलायुक्त ने सख्ती दिखाते हुए कहा कि लेबर की संख्या बढ़ाकर एक माह में कार्य हर हाल में पूरा करें।

सोनभद्र और भदोही में कार्यों की सराहना, मगर निर्देश भी स्पष्ट

सोनभद्र में जीवीपीआर संस्था ने 95 प्रतिशत मरम्मत कार्य पूरा किया, वहीं एनसीसी द्वारा 98 प्रतिशत कार्य पूर्ण होने की जानकारी दी गई। मण्डलायुक्त ने शेष कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण कराने को कहा। वहीं भदोही में मुख्य विकास अधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी को निर्देश दिए गए कि जहां भी कार्य अधूरे हैं, वहां निरीक्षण कर त्वरित गति से पूर्ण कराएं।

स्कूलों-आंगनबाड़ियों में सुनिश्चित हो जल कनेक्शन

मण्डलायुक्त ने कहा कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों में जल कनेक्शन सुनिश्चित कराया जाए। अगर कहीं कनेक्शन नहीं हुआ है तो संबंधित अधिकारी त्वरित कार्रवाई करें। उन्होंने निर्देश दिया कि जल टंकियों पर जल आपूर्ति का समय और ऑपरेटर का नंबर स्पष्ट रूप से लिखा जाए, ताकि लोगों को जानकारी रहे। साथ ही, पानी है अनमोल, न करें बर्बादी जैसे स्लोगन के जरिए जल संरक्षण का संदेश गांव-गांव तक पहुंचाया जाए।

टेस्टिंग जरूरी, लीकेज पर तत्काल कार्रवाई

उन्होंने समय-समय पर पानी की गुणवत्ता की जांच कराने, पाइप लाइन में लीकेज की स्थिति में तत्काल मरम्मत करने और जरूरत के अनुसार बूस्टर पंप लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी संस्था को कार्य में कोई कठिनाई हो तो तत्काल संबंधित सीडीओ को अवगत कराएं ताकि समाधान कराया जा सके।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

   

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