उद्योगों को नए मानक बनाने के लिए आगे आना होगा: सौरभ तिवारी

भारतीय मानक ब्यूरो की ओर से आयोजित स्टैंडर्ड कांक्लेव।

देहरादून, 27 दिसम्बर (हि. स.)। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) देहरादून शाखा के प्रमुख और निदेशक सौरभ तिवारी ने उद्योग जगत से नए मानक तैयार करने की प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भारत में अब तक 23,000 से अधिक मानक तैयार किए जा चुके हैं, लेकिन यह संख्या कई देशों के मुकाबले कम है। इसे बढ़ाने के लिए उद्योगों को योगदान देना होगा।

शुक्रवार को सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी सभागार में भारतीय मानक ब्यूरो के स्थापना दिवस श्रृंखला के तहत आयोजित स्टैंडर्ड कॉन्क्लेव में यह विचार व्यक्त किए गए। इस कार्यक्रम में स्टैंडर्ड प्रमोशन, मानकीकरण के भविष्य, कार्यस्थल पर श्रमिकों की सुरक्षा और बीआईएस के डिजिटल टूल्स पर चर्चा हुई।

कार्यक्रम की शुरुआत में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया गया और एक मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

सौरभ तिवारी ने भारतीय मानक ब्यूरो के कामकाज और उद्देश्यों पर प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बीआईएस की विभिन्न कमेटियों के सदस्य उद्योग प्रतिनिधियों को नए मानक बनाने की प्रक्रिया में अन्य लोगों को भी प्रेरित करना चाहिए।

उद्योगों की भागीदारी पर जोर

सिडकुल मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन यूनिट के अध्यक्ष हरेंद्र गर्ग ने कहा कि मानकों और नियमों का पालन करना उद्योगों की नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कार्यस्थलों पर श्रमिक सुरक्षा के महत्व पर जोर देते हुए एसओपी का पालन करने की आवश्यकता बताई।

बीआईएस के संयुक्त निदेशक सचिन चौधरी ने कार्यस्थलों पर श्रमिकों की सुरक्षा से संबंधित प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने बताया कि भारतीय मानकों के उपयोग से कार्यस्थलों को सुरक्षित बनाया जा सकता है।

इस अवसर पर जिला उद्योग केंद्र की महाप्रबंधक अंजलि रावत नेगी, एमएसएमई के संयुक्त निदेशक चंचल बोहरा, सीपेट के पार्थ, बीआइएस के वैज्ञानिक श्याम कुमार, सौरभ चौरसिया, आदित्य कुमार आदि उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार

   

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