मुख्यमंत्री से प्रत्यक्ष संवाद के बाद पश्चिम मेदिनीपुर में 620 सड़कों का अनुमोदन

मेदिनीपुर, 11 दिसंबर (हि.स.)। ‘सरासरी मुख्यमन्त्री’ (सीधे मुख्यमंत्री से संवाद) कार्यक्रम के अंतर्गत नागरिकों द्वारा किए गए दूरभाष–आह्वानों के परिणामस्वरूप पश्चिम मेदिनीपुर जिले में 620 नवीन सड़कों के निर्माण का अनुमोदन प्राप्त हुआ है। इसके साथ ही जिले में पथश्री योजना के चतुर्थ चरण के अंतर्गत व्यापक सड़क–विकास कार्य प्रारम्भ होने जा रहे हैं। जिला प्रशासन के अनुसार इन सभी सड़कों का शिलान्यास मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक ही दिवस में करेंगी। तिथि अभी निर्धारित नहीं की गई है।

जिला परिषद के पूर्णकार्याध्यक्ष निर्मल घोष ने बताया कि नागरिकों ने ‘सरासरी मुख्यमन्त्री’ में प्रत्यक्ष संपर्क कर जिन सड़कों की मांग की थी, उन्हें ही स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्होंने कहा—

“सभी मार्ग–परियोजनाओं के लिए धनराशि स्वीकृत हो चुकी है। अधिकांश मार्गों का निविदा–प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है तथा शेष प्रक्रियाधीन हैं। सम्पूर्ण जिले में इन सभी सड़कों का शिलान्यास मुख्यमंत्री द्वारा ही किया जाएगा।”

प्राप्त जानकारी के अनुसार पथश्री–चतुर्थ चरण के अंतर्गत सड़क–निर्माण तीन स्तरों पर किया जाएगा—

खंड (ब्लॉक) स्तर पर : 274 सड़कें

जिला परिषद के अधीन : 164 सड़कें

डब्ल्यू.बी.एस.आर.डी.ए. के अधीन : 182 सड़कें

इस प्रकार कुल 620 मार्ग–परियोजनाओं को अनुमोदन प्राप्त हुआ है। जिला परिषद के अनुसार 164 में से 143 सड़कें वह स्वयं निर्मित करेगी, जबकि 182 में से 134 सड़कें डब्ल्यू.बी.एस.आर.डी.ए. द्वारा निर्मित की जाऐंगी। संपूर्ण जिले में लगभग 450 किलोमीटर सड़क निर्माण होने का अनुमान है।

सबसे अधिक स्वीकृति घाटाल खंड के लिए प्राप्त हुई है, जहां खंड स्तर पर 33 सड़कों को अनुमोदन मिला है। यह क्षेत्र बारहमासी बाढ़–प्रभावित होने के कारण यहां से सर्वाधिक आवेदन आए थे। वहीं तीनों स्तरों को सम्मिलित कर केशपुर खंड में 66 मार्ग–परियोजनाऐं स्वीकृत हुई हैं, जो जिले में सर्वाधिक हैं।

दासपुर–द्वितीय खंड के जिला परिषद सदस्य तथा तृणमूल कांग्रेस के पदाधिकारी सौमित्र सिंहराय ने कहा कि जिले में एक साथ इतने बड़े पैमाने पर मार्ग–निर्माण की स्वीकृति पूर्व में कभी प्राप्त नहीं हुई।

इसी प्रकार घाटाल पंचायत समिति के उपाध्यक्ष विकास कर ने बताया कि 33 स्वीकृत सड़कों की निविदा–प्रक्रिया प्रारम्भ हो चुकी है, तथा इनसे बाढ़–ग्रस्त क्षेत्रों की जीर्ण–शीर्ण सड़कों का पुनर्निर्माण होगा। इससे आम लोगों की दीर्घकालिक समस्याओं में पर्याप्त कमी आने की संभावना है।

जिला तृणमूल सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री दिसंबर माह में इन सभी परियोजनाओं का शिलान्यास कर सकती हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / अभिमन्यु गुप्ता

   

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