आयुक्त सचिव समाज कल्याण ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ सामूहिक शपथ दिलाई

जम्मू, 13 अगस्त (हि.स.)। समाज कल्याण विभाग ने सरकारी हायर सकैंडरी स्कूल कोठी बाग में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ एक सामूहिक शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया। आयुक्त सचिव समाज कल्याण, शीतल नंदा ने शपथ दिलाई जिसमें जम्मू-कश्मीर के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के शिक्षकों और छात्रों ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ काम करने का संकल्प लिया। इस वर्ष की थीम विकसित भारत का मंत्र भारत हो नशे से स्वतंत्र है। एनएमबीए को केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा 2020 में लॉन्च किया गया था और इसे जनता तक पहुंचने और मादक द्रव्यों के उपयोग के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए पूरे देश में लागू किया जा रहा है।

कोठी बाग में सामूहिक शपथ में निदेशक समाज कल्याण कश्मीर, मोहम्मद अकबर वानी, निदेशक स्कूल शिक्षा कश्मीर, तसद्दुक हुसैन मीर, निदेशक समाज कल्याण जम्मू, भारत भूषण, मिशन निदेशक मिशन पोषण, रूबीना कौसर, विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुखों की भागीदारी देखी गई। छात्र. निदेशक स्कूल शिक्षा जम्मू, शिक्षक, जम्मू से छात्र वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। अपने संबोधन में आयुक्त सचिव ने कहा कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग की समस्या गंभीर रूप धारण कर चुकी है जिसके प्रसार से निपटने के लिए एक संपूर्ण दृष्टिकोण की आवश्यकता है। शीतल नंदा ने कहा कि त्वरित कदम उठाने और स्कूलों, कॉलेजों, घरों में इस पर चर्चा करने की आवश्यकता है क्योंकि अब समय आ गया है कि हम इस अवसर पर आगे आएं और एक स्वस्थ, समृद्ध और शांतिपूर्ण भविष्य के लिए नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरे को समाप्त करें।

इस बात पर जोर देते हुए कि सभी स्थानों पर सतर्क रहना समय की मांग है आयुक्त सचिव ने कहा कि माता-पिता, शिक्षकों को घरों, स्कूलों के आसपास किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तलाश करनी होगी और संबंधित अधिकारियों को इसकी सूचना देनी होगी। उन्होंने नशे के आदी हो चुके लोगों की मदद करने और दूसरों को इस समस्या का शिकार बनने से रोकने के लिए सरकार द्वारा की गई पहल के बारे में भी जानकारी दी। शीतल नंदा ने कहा कि हमें नशे की लत के शिकार लोगों को अपराधी के रूप में नहीं देखना है बल्कि उनके पुनर्वास के लिए करुणा भाव से काम करना है ताकि उन्हें अपनी गलतियों का एहसास हो और वे सामान्य जीवन में लौट सकें।

आयुक्त सचिव ने कहा कि हमें युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक चीजों की ओर मोड़ने और उन्हें नकारात्मक प्रभावों से दूर रखने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि समाज के जिम्मेदार सदस्यों के रूप में हमें मादक द्रव्यों के सेवन के बारे में अपने समुदाय के भीतर जागरूकता फैलाकर परिवर्तन के एजेंट बनने के लिए खुद को सशक्त बनाना होगा। निदेशक स्कूल शिक्षा कश्मीर ने इस अवसर पर बोलते हुए एनएमबीए के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि यह भारत में मादक द्रव्यों के सेवन से निपटने के लिए एक अग्रणी पहल के रूप में उभरा है। उन्होंने युवाओं को मादक द्रव्यों के सेवन से निपटने में सक्रिय भागीदार बनने के लिए प्रेरित किया ताकि हमारे समाज को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के दुष्चक्र से मुक्त कराया जा सके।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा / बलवान सिंह

   

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