गौ पशुओं को गोद लेने वाले लोगों को मिलेगा मानदेय, मुख्य सचिव ने गाइडलाइन बनाने के दिए निर्देश

देहरादून, 02 अगस्त (हि.स.)। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने राज्य में निराश्रित गोवंशीय पशुओं को गोद लेने वाले लोगों को एक निश्चित मानदेय देने की योजना के जल्द आरम्भ को लेकर पशुपालन विभाग को तत्काल गाइडलाइन बनाने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य की सड़कों पर एक भी निराश्रित पशु न दिखे, इसके लिए प्रशासन व आमजन को मिलजुल कर पूरी संवेदनशीलता और मानवीयता से कार्य करना होगा।

सचिवालय में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने राज्य में गोसदनों के निर्माण की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि राज्यभर में गोदसदनों के निर्माण के लिए मिसिंग लिंक के माध्यम से जारी 10 करोड़ की धनराशि को उपयोग करने के लिए पंचायती राज्य विभाग को जल्द से जल्द इस सम्बन्ध में वित्तीय मद खोलने का प्रस्ताव वित्त विभाग को प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्य सचिव ने गोसदनों व सड़कों में निराश्रित गोवंशीय पशुओं की व्यवस्था व स्थिति की मॉनिटरिंग के लिए एक कमेटी के गठन के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने लोगों व ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों की ओर से पाले जाने वाले गोवंशीय पशुओं की अनिवार्य ईयरटैंगिग सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं, ताकि आवारा व निराश्रित गोवंशीय के मालिकों की टै्रकिंग की जा सके। इस सम्बन्ध में जन जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया। सीएस ने राज्य में निराश्रित गोवंशीय पशुओं के लिए गोसदनों के निर्माण के लिए सीएसआर के माध्यम से भी धन जुटाने के निर्देश दिए हैं।

राज्य में 60 गोसदन, 14000 गोवंशीय पशु

उत्तराखण्ड पशु कल्याण बोर्ड ने बताया कि वर्तमान में राज्य में कुल पंजीकृत 60 गोसदन हैं। पंजीकृत गोसदनों में शरणागत गोवंशीय पशुओं की संख्या लगभग 14000 है। वर्तमान में निराश्रित पशुओं की संख्या 20687 है। जनपद पौड़ी गढ़वाल में सर्वाधिक 5525 निराश्रित गौवंशीय पशु हैं। ऊधमसिंह नगर में 4955, देहरादून में 2050, नैनीताल में 2155 व टिहरी में 2259 निराश्रित पशु हैं। राज्य में सभी जनपदों में 54 स्थानों पर भूमि चिन्हित कर सड़कों पर विचरण कर रहे हैं। निराश्रित गोवंशीय पशुओं को शरण दिए देने के लिए गोसदनों की स्थापना का कार्य किया जा रहा है। इस काय्र को तीव्रता से कराने के लिए 25 स्थानों पर मिसिंग लिंक के माध्यम से 10 करोड़ की धनराशि प्रस्तावित है। गोसदनों के निर्माण में जनपद टिहरी में सबसे बेहतरीन कार्य किए गए हैं।

बैठक में सचिव बीवीआरसी पुरूषोतम, अपर सचिव सी रविशंकर, नितिन सिंह भदौरिया सहित पशुपालन व पंचायती राज विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार / वीरेन्द्र सिंह

   

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