आईपीएल मैचों के टेंडर में घोटाले को लेकर तीन पर मामला दर्ज

जयपुर, 8 अगस्त (हि.स.)। राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) की एडहॉक कमेटी ने वैभव गहलोत की अध्यक्षता वाली पूर्व कार्यकारिणी के तीन सदस्याें के खिलाफ गुरुवार को ज्योति नगर थाने में केस दर्ज करवाया। इनमें पूर्व सचिव भवानी सामोता, कोषाध्यक्ष रामपाल शर्मा और संयुक्त सचिव राजेश भड़ाना के नाम शामिल है। साथ ही 363 पेज की जांच रिपोर्ट पुलिस को सौंपी। इनमें स्टेडियम के निर्माण से लेकर आईपीएल मैच के दौरान घोटाले भी शामिल है।

राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की पूर्व कार्यकारिणी को भंग कर सरकार ने एडहॉक कमेटी का गठन किया था। गठन के बाद एडहॉक कमेटी ने पूर्व कार्यकारिणी के फैसलों के खिलाफ जांच शुरू कर दी थी। लगभग 100 दिन की जांच के बाद एडहॉक कमेटी ने 360 से ज्यादा पेज की एक रिपोर्ट तैयार की है। जिसमें नए स्टेडियम के निर्माण, सवाई मानसिंह स्टेडियम के रख रखाव, वनडे, इंडियन प्रीमियर लीग और राजस्थान प्रीमियर लीग के दौरान टेंडर, के साथ ही राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़े तमाम घोटाले और गड़बड़ी के सबूत है।

भाजपा विधायक और एडहॉक कमेटी के संयोजक जयदीप बिहाणी ने बताया कि पूर्व सचिव सामोता, कोषाध्यक्ष शर्मा और संयुक्त सचिव भड़ाना ने सभी डॉक्युमेंट पर साइन किए थे। हमारी जांच में इन्हीं तीन लोगों के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले हैं। ऐसे में अब पुलिस को जांच कर यह पता लगाना होगा कि आखिर पूर्व कार्यकारिणी के इन पदाधिकारियों ने किसके कहने पर यह घोटाले किए थे। बिहाणी ने कहा कि भले ही रामपाल शर्मा भाजपा में आ गए हो। इसका मतलब यह नहीं है कि वह भ्रष्टाचार करेंगे और बीजेपी में आकर बच जाएंगे। अगर उन्होंने क्रिकेट और खिलाड़ियों के साथ भ्रष्टाचार किया है तो उनके खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। आरसीए की पूर्व कार्यकारिणी के दौरान हुई फैसलों की जांच करवाई गई थी। इसमें कई घोटाले और अनियमिताएं सामने आई हैं। इनमें स्टेडियम के निर्माण से लेकर आईपीएल मैच के दौरान घोटाले भी शामिल है। इसी शिकायत को दर्ज कराने के लिए आज हम जयपुर के ज्योति नगर थाने में पहुंचे।

उन्होंने कहा कि इससे पहले हमने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को पूर्व कार्यकारिणी के वक्त हुए घोटाले की रिपोर्ट सौंप दी थी। वह भी चाहते हैं कि क्रिकेट और खिलाड़ियों की भलाई के लिए हर संभव काम किया जाए। इसके साथ ही जिन लोगों ने खिलाड़ियों और क्रिकेट में गड़बड़ घोटाले किए हैं। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। एडहॉक कमेटी के सदस्य और पाली जिला क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव धर्मवीर सिंह ने बताया कि आरसीए की पूर्व कार्यकारिणी के कामकाज की हमने वित्त विशेषज्ञों से जांच करवाई थी। इसमें भारी अनियमितताएं सामने आईं। 360 से ज्यादा पेज की जांच रिपोर्ट पुलिस को सौंपी है। इसने स्टेडियम के निर्माण से लेकर आईपीएल और राजस्थान प्रीमियर लीग (आरपीएल) के दौरान हुए टेंडर में करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार के पुख्ता सबूत है। हमें उम्मीद ही नहीं पूरा विश्वास है कि राजस्थान पुलिस जल्द से जल्द इस मामले में कार्रवाई कर दोषियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेगी।

एडहॉक कमेटी के सदस्य विमल शर्मा ने कहा कि आरसीए की पूर्व कार्यकारिणी ने आरपीएल के दौरान भ्रष्टाचार की सभी सीमाओं को पार कर दिया था। जिस फर्म का जीएसटी नंबर तक जनरेट नहीं था। उसे नियमों के विपरीत जाकर करोड़ों रुपए के ठेके दे दिए गए। जो फर्म कैटरिंग का काम कर रही थी। उसे भवन निर्माण का काम दे दिया। इस तरह तमाम नियमों को ताक में रखकर पूर्व पदाधिकारी ने जमकर घोटाले किए थे। आरसीए के खिलाड़ियों और स्टाफ को पेमेंट तक नहीं किया जा रहा था। वहीं, मनचाही फार्मों को और वकीलों को करोड़ों रुपए लुटाए जा रहे थे। इसके खिलाफ सबूत के साथ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित / ईश्वर

   

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