
मुंबई, 13 मार्च (हि.स.)।बीएमसी प्रशासन ने लोगों से होलिका व रंग पंचमी का त्यौहार में पर्यावरण का विशेष ध्यान ऱखने की अपील की है। होलिका दहन के लिए पेड़ या उनकी टहनियों को न काटने, ध्वनि प्रदूषण से बचने और कृत्रिम रंगों का अपयोग न करने की सलाह लोगों को दी गई है।
मुंबई मनपा आयुक्त भूषण गगरानी और अतिरिक्त मनपा आयुक्त (शहर) डॉ. अश्विनी जोशी ने मुंबई वासियों को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि होलिका दहन का त्यौहार 13 मार्च गुरुवार को मनाया जाएगा। होली दहन पारंपरिक तरीके से मनाया जाना चाहिए। होलिका दहन के लिए रासायनिक पदार्थों से पेंट की गई लकड़ी,प्लास्टिक,रबर,टायर और अन्य खतरनाक सामग्रियों को जलाने से बचें। इससे उत्पन्न धुआं और प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। आवासीय सोसाइटियों और स्थानीय समुदायों को पर्यावरण अनुकूल होलिका दहन का आयोजन करना चाहिए। हम सभी का कर्तव्य है कि अपने आसपास के प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और संवर्धन करें. हमें उन पेड़ों की रक्षा करनी होगी जो हमें जीवन देते हैं।
शुक्रवार को मनाए जाने वाला रंग पंचमी का त्यौहार एकजुटता और नई उमंग पैदा करने वाला पर्व है। इस दिन सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए पानी की बर्बादी से बचना चाहिए। पर्यावरण अनुकूल प्राकृतिक रंगों का उपयोग किया जाना चाहिए. जो त्वचा के लिए सुरक्षित हों और बच्चों के लिए भी हानिकारक न हों। कृत्रिम रंगों से बचना चाहिए क्योंकि उनमें रसायन और भारी धातुएं होती हैं. ध्वनि प्रदूषण से बचने का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।
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हिन्दुस्थान समाचार / वी कुमार