राज्यपाल ने पिता की जान बचाने वाली बेटी काे सम्मानित करने दिए निर्देश

नारायणपुर, 8 अगस्त (हि.स.)। जिले के झारागांव में 8 हथियारबंद अज्ञात हमलावराें से अपने पिता सोमधर कोर्राम की जान बचाने वाली बहादुर बेटी सुशीला कोर्राम काे राज्यपाल के द्वारा सम्मान करने के लिए राजभवन बुलाए जाने की बात कही है। राज्यपाल डेका ने समाचार पत्राें में प्रकाशित नक्सलियों से लड़कर अपने पिता की जान बचाने वाली साहसी बालिका की खबर देखकर उसे राजभवन में बुलाकर सम्मानित करने के निर्देश दिए हैं।

राज्यपाल रमेन डेका का कहना है कि सशस्त्र अज्ञात हमलावराें से संघर्ष कर बच्ची ने ना सिर्फ बहादुरी का परिचय दिया, बल्कि अपने घायल पिता की जान भी बचाई है। इस दाैरान राज्यपाल के उप सचिव हिना अनिमेष नेताम एवं राजभवन के सभी अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। गंभीर रूप से घायल सोमधर कोर्राम पर 5 अगस्त की रात को कुछ अज्ञात हमलावरों ने कुल्हाड़ी से हमला कर दिया था। जिसका उपचार मेकाॅज में चल रहा था, तीन दिनों तक चले उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल ग्रामीण सोमधर कोर्राम की हालत को देखते हुए आज गुरुवार को उसे बेहतर उपचार के लिए रायपुर रेफर कर दिया गया।

मेकाॅज के डॉक्टरों के अनुसार घायल सोमधर कोर्राम के छाती में कुल्हाड़ी लगने के बाद घाव बन गया है। यहां दूरबीन पद्धति नहीं होने के साथ ही पर्याप्त उपकरणों की कमी के चलते उसे रायपुर के मेकाहारा अस्पताल रेफर किया जा रहा है। रायपुर जाने के बाद वहां पर इसके पिता का ऑपरेशन होने के साथ ही अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध हो जाएंगी।

घायल ग्रामीण सोमधर कोर्राम की 17 वर्षीय बेटी 8 वीं तक पढ़ी है, लेकिन परिवार की स्थिति ठीक नहीं होने के कारण पढ़ाई को छोड़ दी है। सुशीला का कहना है कि अगर आने वाले समय में उसे पढ़ाया जाता है तो वह आगे चलकर एक स्टाफ नर्स बनना चाहती हैं, जिससे कि वह बस्तर अंचल के ग्रामीणों की सेवा कर सकें। सुशीला ने बताया कि उसके रिश्तेदारों से लेकर दोस्त व समाचार के माध्यम से उसे पता चला है कि उसकी बहादुरी के चलते राज्यपाल रमेन डेका ने उसकी बहादुरी का सम्मान करने की बात कही है। अगर उसे बुलाया जाता है तो वह राज्यपाल से आगे की पढ़ाई करने का अनुरोध करने की बात कही है।

हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे / गायत्री प्रसाद धीवर / गेवेन्द्र प्रसाद पटेल

   

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