सिरसा: विधायक पर दलित समाज व भाजपा नेताओं को अपमानित करने का आरोप

कहा: जनता जनार्दन के फैसले से बौखला गया है कांग्रेसी विधायक

सिरसा, 15 मार्च (हि.स.)। सिरसा नगर परिषद के नवनिर्वाचित चेयरमैन वीर शांति स्वरूप ने सिरसा के विधायक गोकुल सेतिया पर दलित समाज और भाजपा के शीर्ष नेताओं के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। शांति स्वरूप वाल्मीकि ने कहा कि बदजुबानी करते हुए विधायक ने मुझे बसंती और भाजपा के बड़े नेताओं को अशब्द कहकर संबोधित किया। यह सीधे रूप में दलित समाज और उनके नेताओं का अपमान है।

चेयरमैन शांति स्वरुप शनिवार को सिरसा में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विधायक के खिलाफ मानहानि और एससी/एसटी एक्ट के तहत शिकायत दर्ज करवाएंगे। साथ ही गोकुल की विधानसभा सदस्यता रद्द करने की मांग उठाई। चेयरमैन ने कहा कि जनता ने निकाय चुनाव में विधानसभा चुनाव के तीन महीने बाद ही गोकुल सेतिया और कांग्रेस को नकार दिया। इससे उनमें बौखलाहट है।

उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक गोकुल सेतिया संभवत: किसी नशे में रहते हैं जो इस प्रकार की अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दलितों को प्रताडि़त और अपमानित करने की गोकुल सेतिया की शुरू से ही मानसिकता रही है। पहले भी उन्होंने नगर परिषद के एक दलित कर्मचारी को बंधक बनाया और प्रताडि़त किया था। शांति स्वरुप ने कहा कि विधायक गोकुल सेतिया ने अपने पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई है साथ ही अपनी अशोभनीय भाषा के जरिए दलित समाज को गाली देने और ज्यादती करने का काम किया है।

उन्होंने कहा कि पहले भी 15-20 साल यह परिवार सत्ता में रहा। नगर परिषद में इनकी सत्ता रही। उस समय इस परिवार ने गुपचुप बुलडोजर बेचने जैसे घोटालों को अंजाम दिया। विधानसभा के चुनाव हुए तीन महीने ही हुए हैं जनता का इनसे मोहभंग हो चुका है। सिरसा की जनता ने सेतिया को नकार दिया। अब बौखलाहट में विधायक जनादेश का अपमान कर रहा है। इस मामले को लेकर पूरे दलित-वाल्मीकि समाज में आक्रोश है। वे गोकुल सेतिया के खिलाफ अपमानजनक -अशोभनीय भाषा को लेकर मानहानि और एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करवाएंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / Dinesh Kumar

   

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