पशु क्रूरता की शिकायतों पर पुलिस को कार्रवाई करने के निर्देश
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- Oct 25, 2024
-जनपदीय निराश्रित गोवंश समिति की बैठक
गोपेश्वर, 25 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तराखण्ड गो सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेन्द्र अंथवाल ने शुक्रवार को चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर में जनपदीय निराश्रित गोवंश समिति की बैठक ली। बैठक में जनपद में संचालित, निर्माणाधीन एवं प्रस्तावित गौशालाओं की प्रगति, गौवंश की ईयर टैगिंग, सड़कों पर विचरण करने वाले गौवंश के गले में रेडियम बेल्ट लगाए जाने तथा गौवंश के प्रति अपराध रोकने के लिए पुलिस की ओर से की जा रही कार्रवाई के संबंध में चर्चा की गई।
गो सेवा आयोग के अध्यक्ष ने सभी नगर निकायों तथा जिला पंचायत को गोशालाओं के निर्माण पर तेजी लाने, सड़क पर विचरण करने वाले गोवंश के गले पर रेडियम बेल्ट लगाने तथा पशु क्रूरता की शिकायतों पर पुलिस को तुरन्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार कानून बनाने जा रही है, जिसमें पशुओं को छोड़ने वालों पर अर्थदण्ड के साथ सजा का प्रावधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी केवल दो हजार का जुर्माना लगाया जाता है। गोशाला निर्माण में जिला पंचायत स्तर पर कम काम को लेकर जिला पंचायत अधिकारी को हर ब्लॉक में आने वाले 25 वर्षों के हिसाब से गोशाला निर्माण करने को कहा। जो निर्माणाधीन गौशालाएं हैं उनका लोकार्पण किया जाएगा। जहां संस्थाएं चयनित नहीं की गयी हैं वहां संस्थाएं चयनित की जाएं, जिससे गौशालाएं उनके सुर्पुद की जा सके और गोवंश को सुचारू रूप से सुविधा मिल सके।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने गो ग्राम सेवक योजना बनायी गयी है, जिसमें पांच नन्दी पालने पर पशुपालक को प्रतिमाह 12 हजार रुपये मिलेंगे। इसके लिए पशुपालक को पशुपालन विभाग में पंजीकरण कराना होगा। मुख्य विकास अधिकारी नन्दन कुमार ने सभी एसडीएम को ईओ के माध्यम से निराश्रित गोवंश को रेडियम बेल्ट लगाने की कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक में वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी पुनीत भट्ट ने बताया कि पशु कल्याण बोर्ड की ओर से जिले में तीन गो सदन बनाए गए हैं, जिनको वित्तीय वर्ष 2024-25 में शासन की ओर से 23.13 लाख अनुदान दिया गया है। उन्होंने बताया कि ज्योर्तिमठ, गोपेश्वर, गौचर में गौशालाओं का निर्माण हो चुका है। पीपलकोटी, पोखरी में कार्य प्रगति पर है और कर्णप्रयाग में टेंडर की प्रक्रिया गतिमान तथा थराली का प्रस्ताव शहरी विकास को भेजा जा चुका है। इस दौरान परियोजना निदेशक आनंद सिंह, सीवीओ असीम देव आदि मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल