पाकिस्तान में न खेलना भारतीय बल्लेबाजों के लिए नुकसानदायक रहा : सौरव गांगुली
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- Mar 08, 2025

नई दिल्ली, 8 मार्च (हि.स.)। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली का मानना है कि भारतीय टीम का पाकिस्तान में न खेलना उसके बल्लेबाजों के लिए नुकसानदायक साबित हुआ। उनका कहना है कि भारत ने अपने सभी चैम्पियंस ट्रॉफी मैच दुबई में खेले, लेकिन इससे कोई खास फायदा नहीं हुआ। गांगुली टाटा स्टील ट्रेलब्लेज़र्स खेल सम्मेलन में बोल रहे थे, जिसका आयोजन रेवस्पोर्ट्स ने किया था।
गांगुली ने स्पष्ट किया, भारतीय सरकार पाकिस्तान में भारतीय टीम को खेलने की अनुमति नहीं देती। इसका बीसीसीआई या भारतीय टीम से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि विराट कोहली, रोहित शर्मा और शुभमन गिल जैसे प्रमुख बल्लेबाज उन पिचों पर खेलने से वंचित रह गए, जहां अन्य टीमें आसानी से 350 से अधिक रन बना रही हैं।
सौरव गांगुली, जिनकी कप्तानी में भारत ने 2000 में चैम्पियंस ट्रॉफी का उपविजेता और 2002 में संयुक्त विजेता बनने की उपलब्धि हासिल की थी, उन्होंने रविवार को होने वाले फाइनल मुकाबले में भारत को बढ़त देने की बात कही। हालांकि, उन्होंने न्यूजीलैंड को भारत के लिए सबसे कठिन प्रतिद्वंद्वी करार दिया।
उन्होंने कहा, न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी और स्पिन गेंदबाजी मजबूत है, लेकिन भारत की बल्लेबाजी अधिक शक्तिशाली है और हमारे पास भी शानदार स्पिनर हैं। कागजों पर भारत फेवरेट जरूर है, लेकिन फाइनल में कोई भी टीम फेवरेट नहीं होती।
गांगुली ने भारतीय टीम के सीमित ओवरों के प्रदर्शन की सराहना की और कहा कि 2023 वनडे विश्व कप, 2024 टी20 विश्व कप और अब चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचना शानदार उपलब्धि है। उन्होंने कहा, यह अविश्वसनीय सफलता है। कितनी टीमें लगातार इतने बड़े टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच पाती हैं? हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि टेस्ट क्रिकेट में भारत को सुधार की जरूरत है और यह ऐसा क्षेत्र है, जिस पर रोहित शर्मा की टीम को काम करना होगा।
गांगुली ने क्रिकेट और जीवन में सफलता को लेकर एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने राहुल द्रविड़ का उदाहरण देते हुए कहा, राहुल ने कहा था कि उन्होंने 600 में से 400 बार असफलता देखी। जीवन में संघर्ष के क्षण अधिक आते हैं, लेकिन असली चुनौती हर सुबह पहले से मजबूत होकर उठने की होती है।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे