रामगया घाट पर अव्यवस्थाओं का बोलबाला, पितृपक्ष में श्रद्धालुओं को होगी परेशानी

मीरजापुर, 5 सितंबर (हि.स.)। विंध्य क्षेत्र का प्रसिद्ध तर्पण स्थल रामगया घाट इस बार अव्यवस्थाओं से जूझ रहा है। रविवार से शुरू हो रहे पितृपक्ष में प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग अपने पितरों का तर्पण करने यहां पहुंचेंगे। पंद्रह दिनों तक चलने वाले इस पर्व में स्थानीय के साथ-साथ कई जिलों से भी श्रद्धालु आते हैं। अमावस्या तिथि पर तो लाखों की भीड़ उमड़ती है।

लेकिन श्रद्धालुओं को इस बार भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। शिवपुर बाजार से रामगया घाट तक जर्जर सड़कें, घाट पर जमा शिल्ट, गंदगी का अंबार और बदबूदार नालियां बड़ी समस्या बनी हुई हैं। वहीं विद्युत प्रकाश और पेयजल की भी समुचित व्यवस्था नहीं की गई है। हर साल नगर पालिका द्वारा घाट की साफ-सफाई, सीढ़ियों से शिल्ट हटाने और रास्तों की पैचिंग का कार्य कराया जाता था, लेकिन इस बार लापरवाही से हालात जस के तस हैं।

गौरतलब है कि रामगया घाट पिंडदान के साथ-साथ शवदाह के लिए भी प्रमुख स्थल है। मान्यता है कि भगवान श्रीराम ने अपने पिता दशरथ का पिंडदान यहीं किया था, इस कारण इसे छोटा गया के नाम से भी जाना जाता है।

शिवपुरी वार्ड की सभासद मंजू देवी ने बताया कि नगर पालिका अधिकारियों को पांच दिन पहले ही समस्याओं से अवगत करा दिया गया था, लेकिन उनकी उदासीनता के चलते अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

   

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