मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने डेंगू राेकथाम के लिए आशा कार्यकत्रियों काे दिए निर्देश

गुप्तकाशी, 09 अगस्त (हि.स.)। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. एच.सी.एस. मर्तोलिया ने मानसून सत्र के दाैरान डेंगू और जलजनित रोगों से बचाव के लिए आशा कार्यकत्रियों को विशेष ऐहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्हाेंने गर्भवती महिलाओं के संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने के लिए भी आवश्यक कदम उठाने की बात कही, साथ ही कोताही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।

आशा कार्यक्रम की समीक्षा के तहत शुक्रवार को जखोली ब्लाक की आशा कार्यकत्रियों की बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मानसून के मद्देनजर आशा कार्यकत्रियों को स्वास्थ्य से जुड़े मसलों पर अतिरिक्त सर्तकता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मानसून के दौरान मार्ग बाधित होने की आशंका के मद्देनजर गर्भवती महिलाओं को संभावित प्रसव तिथि के एक सप्ताह पूर्व निकटवर्ती चिकित्सालय में भर्ती कराने की व्यवस्था की जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक आशा कार्यकत्री के कार्यों का मासिक आधार पर मूल्यांकन कर सूची तैयार की जाएगी। कहा कि निर्धारित कार्य मानकों पर संतोषजनक प्रदर्शन न पाए जाने पर संबंधित आशा कार्यकत्री के साथ-साथ उस क्षेत्र की आशा फेसिलिटेटर के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डाॅ. आशुतोष ने आशा कार्यकत्रियों को समय पर रिपोर्ट भेजने, ब्लाक स्तर पर होने वाली बैठकों में अनिवार्य रूप से भाग लेने, अपने क्षेत्र में समय पर टीकाकरण के लिए जनमानस को प्रेरित करने के निर्देश दिए।

जिला सर्विलांस अधिकारी आईडीएसपी डाॅ. कुणाल ने डेंगू और जलजनित रोगों से बचाव के लिए नियमित गतिविधियाें काे संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने मानसून में डेंगू की आशंका के दृष्टिगत हाउस सर्वे/सोर्स रिडक्शन की गतिविधियाें को माह में दो बार से बढाकर चार बार करने की सलाह दी व आईडीएसपी के तहत होने वाली रिर्पोटिंग काे निर्धारित प्रारूप में प्रेषण करने को निर्देश दिए।

इस मौके पर डीसीएम आशा कार्यक्रम हेमलता गैरोला मौजूद रहीं।

हिन्दुस्थान समाचार

हिन्दुस्थान समाचार / बिपिन / सत्यवान

   

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