मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्थिति का आकलन करने के लिए तंगधार का किया दौरा
- Neha Gupta
- May 13, 2025


तंगधार, 13 मई । सीमा पार से गोलाबारी से प्रभावित सीमावर्ती निवासियों तक अपनी निरंतर पहुंच के तहत मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कुपवाड़ा जिले के तंगधार का दौरा किया और जमीनी स्थिति का आकलन किया तथा प्रभावित परिवारों से बातचीत की।
दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने करनाह सीमा उपजिला के विभिन्न गांवों का दौरा किया जिनमें तंगधार, हाजिनार्ड, नचियान, शमस्पोरा, बागबेला, बटपोरा और तरबोनी शामिल हैं।
उन्होंने आवासीय संरचनाओं को हुए नुकसान का जायजा लिया और प्रभावित निवासियों की शिकायतें सुनीं।
प्रशासन की ओर से सहायता का आश्वासन देते हुए उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों ने विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए उल्लेखनीय साहस दिखाया है। उनका धैर्य प्रेरणादायक है। सरकार उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। उनका दर्द अनदेखा नहीं किया जाएगा और उन्हें सम्मान और नई उम्मीद के साथ अपना जीवन फिर से शुरू करने में मदद करने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।
उन्होंने आगे जोर दिया कि प्रभावित परिवारों की सुरक्षा, सहायता और त्वरित पुनर्वास सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने सीमा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और गुणवत्ता की समीक्षा करने के लिए उप-जिला अस्पताल, तंगधार का भी दौरा किया। उन्होंने बाह्य रोगी और अंतः रोगी इकाइयों, स्त्री रोग, ऑपरेशन थियेटर, अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे सुविधाओं सहित प्रमुख विभागों का निरीक्षण किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉक्टरों और कर्मचारियों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने उन्हें इस दूरदराज के क्षेत्र में लोगों की सेवा करने के लिए अत्यंत समर्पण और करुणा के साथ काम करने का निर्देश दिया।
मीडिया से बात करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वह गोलाबारी से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए व्यक्तिगत रूप से आए थे और उन्होंने दोहराया कि राहत और पुनर्वास उपायों के तहत पीड़ितों को पर्याप्त मदद प्रदान की जाएगी।
तंगधार में सामुदायिक बंकरों का निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री ने संकट के दौरान उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि ये संरचनाएं तनाव बढ़ने के समय जीवन रेखा हैं। हम संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले अपने लोगों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त बंकरों का निर्माण सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि सीमा पर तनाव के दौरान निवासियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए अलग-अलग बंकरों के निर्माण का मामला केंद्र सरकार के समक्ष उठाया जाएगा।
दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने गुंडी शार्ट में जलविद्युत परियोजना का भी निरीक्षण किया जिसकी प्रगति हाल ही में हुई शत्रुता के कारण प्रभावित हुई थी। उन्होंने आश्वासन दिया कि परियोजना निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी हो जाएगी।