हिसार : बालवीरों की कहानी पूरे विश्व के लिए प्रेरणास्रोत : नरसी राम बिश्नोई

सेमिनार में उपस्थित अतिथिगण एवं प्रतिभागी।

गुजवि में ‘बाल वीर दिवस’ के अवसर पर सेमिनार का आयोजनहिसार, 26 दिसंबर (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना के सौजन्य से ‘बाल वीर दिवस’ के अवसर पर सेमिनार का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने राष्ट्रीय सेवा योजना को इस कार्यक्रम के आयोजन पर बधाई देते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं और समाज को गुरु गोविंद सिंह जी के पुत्रों के अदम्य साहस, निस्वार्थ बलिदान और धर्म की रक्षा के लिए उनकी निष्ठा के बारे में जानकारी मिलेगी। इन बालवीरों की कहानी न केवल सिख इतिहास बल्कि पूरे विश्व के लिए प्रेरणास्रोत है।राष्ट्रीय सेवा योजना की समन्वयक डॉ. अंजू गुप्ता ने गुरुवार को बताया कि ‘बाल वीर दिवस’ सिख धर्म के दसवें गुरु गोविंद सिंह के साहसिक पुत्रों साहिबजादा जोरावर सिंह और फतेह सिंह की शहादत की याद में मनाया जाता है कि किस प्रकार इन नन्हे योद्धाओं ने अपने धर्म और सत्य के लिए आत्म बलिदान दिया।सेमिनार के मुख्य वक्ता डॉ. विक्रमजीत सिंह रहे। उन्होंने साहिबजादों की जीवन यात्रा और उनके अद्वितीय बलिदान के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि उनका बलिदान हमें सत्य, साहस और कर्तव्य निष्ठा के मार्ग पर चलते हुए सभी चुनौतियों का सामना करना सिखाता है। वीर बालक हमें सिखाते हैं कि सच के लिए लड़ना हमेशा महत्वपूर्ण है। देश के वीर बालकों का समर्पण हमेशा हमारे दिल में अमर रहेगा। उन्होंने सत्य और धर्म के पथ पर चलने वाले वीर बालकों के त्याग और धैर्य को नमन किया। सेमिनार के दौरान विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों एवं स्वयंसेवकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और सेमिनार को बड़े ही धैर्यपूर्वक सुना। इस कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

   

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