छोटी बहन के प्रमाण पत्र पर बड़ी बहन कर रही शिक्षक की नौकरी,प्रखंड प्रशासन कर रहा जांच

पश्चिम चम्पारण(बगहा),18मार्च (हि.स.)। प चंपारण जिला के भितहा प्रखंड में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जहां दो सगी बहनें एक ही शैक्षणिक प्रमाण पत्र को लेकर अपनी दावेदारी साबित करने में जुटी हैं।

छोटी बहन अनीता गुप्ता ने अपनी बड़ी बहन मुन्नी गुप्ता पर आरोप लगाया है कि उसने फर्जी ढंग से उसके शैक्षणिक प्रमाण पत्र का उपयोग करके शिक्षक की नौकरी हासिल की है। लेकिन बड़ी बहन मुन्नी गुप्ता का दावा है कि वही असली अनीता गुप्ता है और उसका नाम मुन्नी गुप्ता नहीं है। 2006 में उसका नियोजन अनीता गुप्ता के रूप में हुआ था ,जो वर्तमान में भितहा प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय भगवानपुर 1 में शिक्षक के पद पर कार्यरत है।

आरोप लगाने वाली महिला से उसका कोई संबंध नहीं है,लेकिन छोटी बहन का कहना है कि उसकी बड़ी बहन मुन्नी गुप्ता ने नौकरी दिलाने के नाम पर उसका शैक्षिक प्रमाण पत्र हथिया लिया था और आज भी वह अनीता के नाम पर शिक्षक के पद पर कार्यरत है।इस मामले में छोटी बहन ने बीडीओ और बीईओ को आवेदन देकर बड़ी बहन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है,यह मामला अब प्रशासन के समक्ष है और इसकी जांच की जा रही है।

मायके के दस्तावेजों में दर्ज है दोनों बहनों का नाम

शिक्षिका के पद पर कार्यरत महिला जो खुद को अनीता गुप्ता तथा आरोप लगाने वाली महिला से अपना कोई संबंध नहीं होने का दावा कर रही है। इस दावा में कितनी सच्चाई है, इसका अंदाजा पडरौना ब्लॉक से निर्गत पारिवारिक सूची से लगाया जा सकता है। सेमरा गांव निवासी स्व बैजनाथ गुप्ता के परिवारिक सूची में दर्ज नामों के अनुसारों बड़ी बहन मुन्नी गुप्ता,मंझली अनीता गुप्ता,क्रमशः कुसुम,और किरण उसके बाद तीन भाइयों का नाम दर्ज है। मां सुभावती देवी और उनके पड़ोसियों के अनुसार मुन्नी की शादी भितहा प्रखंड के खाप टोला निवासी शिव प्रसाद से 2001 में हुई थी जबकि उससे छोटी बहन अनीता की शादी कुशीनगर के हाटा स्थित झानंगा गांव निवासी डब्लू रौनियर से 2011 में हुई।

आरोप लगाने वाली महिला के ससुराल के राशन कार्ड,मतदाता सूची और आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेजों में अनीता देवी ही अंकित है।मायके के परिवारिक सूची और लोगों के बयान से अस्पष्ट है कि मुन्नी देवी और अनिता देवी दोनों सगी बहने है.लेकिन शैक्षणिक प्रमाण पत्र दोनों बहनों में से किसका है यह जांच का विषय है,आरोप लगाने वाली महिला का दावा है कि उसने 2002 में मैट्रिक,और 2004 में इंटर का परीक्षा उत्तीर्ण किया है जबकि उसकी बड़ी बहन मुन्नी गुप्ता 10वी में ही फेल हो गई जिसके बाद उसने पढ़ाई छोड़ दिया था.मुन्नी गुप्ता की शैक्षणिक योग्यता का आंकलन विद्यालय से 2002 में निर्गत 9वी कक्षा के ट्रांसफर सर्टिफिकेट से किया जा सकता है,

मुन्नी गुप्ता कैसे बन गई अनिता गुप्ता

शैक्षणिक प्रमाण पत्र को लेकर दोनों सगी बहनों द्वारा जो दावा किया जा रहा हैं यह बेहद गंभीर मामला है जिससे भितहा में शिक्षक महकमा के बीच हड़कंप मचा हुआ हैं।यदि आरोप लगाने वाली महिला का दावा सच है तो नियोजन के समय मुन्नी गुप्ता को आवासीय प्रमाण पत्र ,जाती प्रमाण पत्र अनीता गुप्ता के नाम से कैसे निर्गत हुआ।और नियोजन कैसे हुआ यह जांच का विषय है।वहीं जानकारों और विश्लेषकों की माने तो उन दिनों पति के मतदाता सूची के आधार पर पत्नी का जाती प्रमाण पत्र और निवास प्रमाण पत्र आसानी से निर्गत हो जाता था। निश्चित मुन्नी देवी ने जाती प्रमाण पत्र और निवास प्रमाण पत्र के लिए अपने पति शिव प्रसाद का मतदाता सूची लगा कर आवेदन किया होगा और मतदाता सूची में पति के नाम के आधार पर नियोजन की प्रतिक्रिया पूरी की गई होगी हालांकि यह महज विश्लेषकों का अनुमान है इसकी सच्चाई क्या है यह गहन जांच के बाद सामने आ सकता हैं।

प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कृष्णनन्दन राय ने इस मामले में बताया कि अनीता गुप्ता नामक एक महिला ने आवेदन दिया है । महिला का आरोप है कि उसका शैक्षणिक प्रमाण पत्र का प्रयोग कर उसकी सगी बहन ने प्राथमिक विद्यालय भगवानपुर 1 में अपना नियोजन कराया है। आरोप के अनुसार दस्तावेजों की मांग की गई है वरीय अधिकारी को इस बाबत अवगत कराया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द नाथ तिवारी

   

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