चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की मांगें नहीं मानी तो होगा आंदोलन 

हरिद्वार, 24 नवंबर (हि.स.)। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों का शीघ्र समाधान न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। कर्मचारियों ने रविवार को हुई बैठक में आरोप लगाया कि अधिकारियों द्वारा उनकी समस्याओं पर गंभीर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिससे उनका आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

बैठक में कर्मचारियों ने कई अहम समस्याओं का जिक्र किया। उनके अनुसार, आवासों की रंगाई-पुताई और मरम्मत का काम कई वर्षों से लंबित पड़ा है, जिसके कारण उनकी जीवनशैली पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। मेला चिकित्सालय परिसर में बंदरों और कुत्तों की समस्या बढ़ गई है, जो सुरक्षा और स्वच्छता के लिए खतरा बन गए हैं। इसके अलावा, आवासों में सीवर लाइनों का कई स्थानों पर खराब होना और गंदा पानी जमा होना एक गंभीर समस्या बनी हुई है। कर्मचारियों ने यह भी मांग की कि मेला चिकित्सालय परिसर में साफ-सफाई के लिए एक समर्पित कर्मचारी को तैनात किया जाए।

कर्मचारी संघ ने यह आरोप भी लगाया कि उनके लिए निर्धारित वर्दी और एसीपी (अधिकारियों से प्रमोशन) का निस्तारण अब तक नहीं किया गया, जबकि इस संबंध में कई बार पत्र लिखे गए थे। कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र उनकी मांगों का समाधान नहीं किया गया तो वे आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।

बैठक में प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा, सोम प्रकाश, मूल चंद चौधरी, महेश कुमार, राकेश भंवर, शीशपाल, विक्रम राणा, सुरेश, वर्णिक चौधरी, कामेंद्र सिंह, रूपेश, रायसिंह, निशा, मुन्नी और अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

   

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