आम नागरिकों व संस्थाओं को 53 वर्षो तक तिरंगा फहराने का अधिकार नहीं था : नन्हे सिंह

सहरसा, 14 अगस्त (हि.स.)।

आजादी के 78वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या एवं विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर कोशी कॉलोनी सेवा बस्ती के बच्चों के बीच तिरंगा वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। तिरंगा वितरण का कार्यक्रम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ धर्म जागरण विभाग के द्वारा किया गया।

जिला संयोजक सह छात्र संघ अध्यक्ष सागर कुमार नन्हें ने कहा कि कांग्रेस के षड्यंत्र के कारण आम नागरिकों एवं निजी संस्थाओं संगठनों से तिरंगा फहराने का अधिकार 53 वर्षों तक आम नागरिक को नहीं था।काफी लंबे संघर्ष के बाद वर्ष 2002 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के द्वारा यह अधिकार हम सबों को पुनः मिला। देश के साथ यह कितना बड़ा षड्यंत्र था कि भारत के लोग आजादी की खुशी भी तिरंगा फहराकर नहीं मना सकते थे। कुछ अल्प ज्ञानी यह कहते हैं कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं उसके अनुसांगिक संगठन तिरंगा क्यों नहीं फहराते थे।उन्हें इंडियन फ्लैग कोड 2002 को पढ़ लेना चाहिए।जो भारत की आजादी में देश के नायकों को गुमनाम बनाने का एक इसके साथ ही देश की आजादी का श्रेय इस कारण बड़ी आसानी से ही देश के निजी संगठनों से तिरंगा फहराने का यह अधिकार छीन लिया ताकि देश की आजादी पर उनका कॉपीराइट बरकरार रह सके।मौके पर युवा मोर्चा जिला महामंत्री राणा करणजीत, समीर कुमार मिठू,गोबिंद पासवान, रोहन सिन्हा,श्रवण पासवान, अखिल भारतीय विधार्थी परिषद के राहुल पासवान सहित अन्य मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / अजय कुमार / गोविंद चौधरी

   

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