किताबों के बढ़ते दाम और निजी स्कूलों की फीस वृद्धि से आम आदमी है परेशान : सपा नगर अध्यक्ष

कानपुर, 06 फरवरी (हि.स.)। पब्लिक स्कूलों में प्ले ग्रुप से लेकर नवीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं की मासिक फीस बढ़ाने से अभिभावकों पर बोझ बढ़ा दिया है और दूसरी ओर कॉपी किताबों के बस्ते का भी भाव बढ़ा दिया है। जिसकी वजह से अभिभावक किताबों की कीमतों का बढ़ते बोझ से उनका पारिवारिक बजट बिगड़ रहा है। सरकार जानबूझकर किताबें कापियों के बढ़ते मूल्य पर कोई नियंत्रण नहीं कर रही है।

समाजवादी पार्टी ने पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक (पीडीए) को अधिकार दिलाने के लिए बड़ा अभियान छेड़ रखा है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के निर्देश पर पार्टी कार्यकर्ता रोजाना पीडीए मिशन के तहत शहर के प्रत्येक वार्ड में जाकर लोगों को उनका हक़ दिलाने का और इस मिशन को सफलतापूर्वक आगे बढाने के लिए लोगों को अपने साथ जोड़ रहे हैं। इसी कड़ी में गुरुवार को सपा नगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद ने बाबूपुरवा इलाके में मिशन पीडीए की पंचायत का कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में एक दर्जन से अधिक वार्डों के परिवारों के लोग शामिल हुए। सपा नगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद ने प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा कि एक तरफ तो सरकार बेहतर और शिक्षा देने की बात करती है। तो वहीं दूसरी तरफ किताबों के दाम बढाकर आम आदमी को परेशान करती है। आलम तो यह है कि गरीब आदमी बच्चों को पढ़ाये या घर चलाये लेकिन सत्ता में बैठी सरकार की आंखों में पट्टी बंधी हुई है। निजी स्कूल मनमाने तरीके से फीस वृद्धि कर रहे हैं इसलिए इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ रहा है। कार्यक्रम में प्रदेश सचिव केके शुक्ला, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शैलेंद्र यादव मिन्टू, शादाब आलम, दीपक खोटे, डॉ. कुलदीप यादव, सुनील बाजपेयी, अखिलेश यादव, संजय निषाद, जस्वेन्द्र प्रताप आदि लोग मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप

   

सम्बंधित खबर