आजादी के 77 साल बाद दो छोटे पुल बनने से दर्जनों गांवों की बदलेगी तस्वीर
- Admin Admin
- Nov 16, 2024
हमीरपुर, 16 नवम्बर (हि.स.)। हमीरपुर जिले में आजादी के 77 साल बाद पहली बार छोटे पुल बनाने की तैयारी डिपार्टमेंट ने की है। ये पुल बनने से दर्जनों गांवों की न सिर्फ तस्वीर बदलेगी बल्कि आने जाने में समय और धन की बचत भी होगी। पुल और रपटे के निर्माण के लिए लखनऊ से आई लोनिवि की तकनीकी टीम ने सर्वे कर रिपोर्ट भी तैयार की है।
हमीरपुर जिले के सुमेरपुर थाना क्षेत्र के बिरखेरा और मुंडेरा गांव के बीच कड़ोरन नाला आसपास के इलाकों के लोगों के लिए बरसात के मौसम में बड़ी परेशानी का सबब बनता है। लगातार बारिश में इस नाले के उफनाने से लोगों के घरों में पानी भर जाता है। कई दिनों तक लोग घरों से बाहर नही निकल पाते हैं। आजादी के 77 साल बाद पहली बार इन नाले में एक पुल बनाने का खाका तैयार किया गया है। लोनिवि प्रांतीय खंड के अधिशाषी अभियंता एमएल वर्मा ने बताया कि बिरखेरा-मुंडेरा के बीच कड़ोरन नाले में दो सौ मीटर लम्बा पुल बनाने के साथ ही एक हजार सात सौ मीटर एप्रोच मार्ग बनाने का खाका तैयार कराया गया है। इस पुल और एप्रोच मार्ग से बिरखेरा होते हुए टेढ़ा गांव जोडऩे पर बांदा सीमा की ओर जाने वाले आम लोगों को बड़ी सुविधा मिलेगी। इसके अलावा अरतरा, टोला, सिकरी, सिसोलर होते हुए मौदहा ब्लाक क्षेत्र के करीब एक दर्जन गांवों के ग्रामीणों को भी आवागमन में बड़ी राहत मिलेगी।
कई करोड़ रुपये की लागत से लोनिवि ने पुल बनाने के लिए बनाया बड़ा प्लान
सुमेरपुर क्षेत्र के बिरखेरा-मुंडेरा के बीच करोडऩ नाला व मौदहा क्षेत्र के खैर से केवटरा डेरा के बीच सुंडी नाला में तीस मीटर लम्बा पुल बनाने के लिए लोनिवि ने बड़ा प्लान तैयार किया है। लोनिवि प्रांतीय खंड के अधिशाषी अभियंता ने बताया कि इन दोनों पुलों के साथ एप्रोच मार्ग बनाने के लिए छह कराेड़ चालीस लाख रुपये की लागत आएगी। बताया कि पुल बनने से तमाम गांवों की तस्वीर ही बदल जाएगी साथ ही ढाई दर्जन से अधिक गांवों की आबादी को भी आने जाने में बड़ी राहत मिलेगी।
लखनऊ से आई लोनिवि की तकनीकी टीम सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करने में जुटी
सुमेरपुर कस्बे के कांशीराम कालोनी के पास कड़ोरन नाला में पुल बनाने को लेकर लखनऊ से आए लोनिवि के सर्वेयर बृजेन्द्र कुमार ने सहायक अभियंता मुनेन्द्र कुमार व कौशल कुमार के साथ स्थलीय सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की है। नाले पर दो सौ मीटर लम्बा और चार मीटर ऊंचाई में इस पुल रपटे के निर्माण कराने के लिए सर्वे किया गया है। बताया कि पुल बनने से बांकी मार्ग, रामनगर, बसंत नगर आदि के लोगों को गायत्री तपोभूमि जाने के लिए कई किमी के चक्कर से निजात भी मिलेगी।
हिन्दुस्थान समाचार / पंकज मिश्रा